भारत से अफगानिस्तान भेजी जा रही मानवीय मदद को पाकिस्तान तस्करी और अन्य हथकंडे अपनाकर लूटने में लगा है। एक बार अफगानिस्तान पहुंचने के बाद गेहूं भरे ट्रक वापस पाकिस्तान पहुंच रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों में जानकारी दी गई है।
खामा प्रेस की रिपोर्ट में बताया गया है, 31 मई को तालिबान के सुरक्षा अधिकारियों ने हेलमंड प्रांत में अवैध तरीके से सीमा पार कर पाकिस्तान जा रहे गेहूं लदे 50 ट्रकों को रोका। हेलमंड प्रांत में तालिबान के सूचना और संस्कृति निदेशक हाफिज रशीद हेलमंडी ने बताया, 30 मई को हेरात-कंधार हाईवे पर गेहूं से लदे अन्य ट्रक भी पकड़े गए थे। यह गेहूं हेलमंड प्रांत के वाशिर की कंपनी के ट्रकों में था।
भारत ने पिछले सप्ताह अफगानिस्तान को भेजी जा रही मानवीय मदद की निगरानी और डिलीवरी प्रक्रिया देखने के लिए अधिकारियों का एक दल काबुल भेजा था। इसने तालिबान के अधिकारियों के साथ नई दिल्ली से भेजी गई मदद पर वार्ता भी की।
तालिबान के सत्ता में आने के बाद से यह अपनी तरह का पहला दौरा था। अफगान समाज के सभी वर्गों ने भारत की विकास और मानवीय सहायता का दिल खोलकर स्वागत किया था। बताया जा रहा है कि भारत को भी पाकिस्तानी लूट की खबर है। इसीलिए यह दल तालिबान से वार्ता करने भेजा था।
भारत ने दिया मदद वाया ईरान भेजने का प्रस्ताव
भारत ने मदद वाया पाकिस्तान के बजाय ईरान के चाबहार पोर्ट से होकर भेजने पर तालिबान की सहमति मांगी है। बाकी मदद अपने पश्चिमी तट स्थित मुंबई, कांडला या मूंदरा पोर्ट से ईरान के चाबहार भेजने का प्रस्ताव रखा है। यहां से यह जमीन के रास्ते हेरात होकर पहुंच सकता है। इससे पंजाब सीमा पर खराब होने वाला समय भी बचेगा, जहां भारतीय ट्रक खाली होने के इंतजार में लंबे समय तक लाइन में लगे रहते हैं। खबरों के मुताबिक, तालिबान ने भी रूट परिवर्तन पर सहमति जता दी है।