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इसी जगह पर जेम्स वेब टेलीस्कोप भी मौजूद है।
वाशिंगटन: जलवायु परिवर्तन आज दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। इसके कारण हीट वेव, सूखा, बाढ़, तूफान और समुद्र तल में बढ़ोतरी जैसी चुनौतियां हमारे सामने हैं। जलवायु परिवर्तन को रोकने के बहुत सारे उपाय हैं, लेकिन अब MIT के शोधकर्ताओं ने इससे बचने का नया तरीका खोजा है। शोधकर्ता चाहते हैं कि सूर्य से आने वाली खतरनाक रेडिएशन को पृथ्वी पर पहुंचने से रोका जाए। शोधकर्ताओं ने प्रस्ताव दिया है कि एक स्पेस बबल बनाया जाए जो पृथ्वी और सूर्य के बीच में हो।
इस जियो इंजीनियरिंग आइडिया के मुताबिक ब्राजील के आकार का एक गोलाकार का खाली बुलबुला बनाया जाए और उसे सूर्य और पृथ्वी के बीच लगाया जाए, ताकि सूर्य से निकलने वाली खतरनाक रेडिएशन को हमारे ग्रह से टकराने से रोका जा सके। रिसर्च टीम की ओर से कहा गया कि एक तरल सिलिकॉन को अंतरिक्ष में सीधे फुलाना चाहिए, क्योंकि ये बड़ी मात्रा में रेडिएशन को अपवर्तित करते हैं। हमें बड़ी-बड़ी फिल्म लॉन्च करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
मौजूदा समधान से बेहतर
स्पेस में मौजूद ये बुलबुला पृथ्वी पर आने वाले रेडिएशन को रोक सकेगा। शोधकर्ता मानते हैं कि ये विचार जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वर्तमान में मौजूद प्रयासों से बेहतर है। MIT की सेंसेबल सिटी लैब के मुताबिक बुलबुलों का टेस्ट अंतरिक्ष में किया जा चुका है। वह मानते हैं कि एक दिन सूर्य की रेडिएशन को कम करने में ये इस्तेमाल होंगे। शोधकर्ताओं की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया अंतरिक्ष में मौजूद समाधान सुरक्षित होंगे।
जेम्स वेब टेलीस्कोप के करीब बने बुलबुला
शोधकर्ताओं के मुताबिक अगह हम हमारे ग्रह के सिर्फ 1.8 फीसदी सोलर रेडिएशन को धरती पर आने से रोक देते हैं तो हम आज की ग्लोबल वार्मिंग को पूरी तरह खत्म कर सकते हैं। शोधकर्ताओं का मत है कि इसे सूर्य और धरती के बीच मौजूद लैग्रेंज प्वाइंट में स्थापित करना चाहिए, क्योंकि ये सूर्य की रेडिएशन मोड़ने के लिए एक आदर्श स्थान है। इसी जगह पर जेम्स वेब टेलीस्कोप भी मौजूद है।
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