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शोध में हुआ खुलासा- अल्जाइमर के जीन से बढ़ सकता है कोरोना का खतरा

Gulabi
5 Feb 2021 11:37 AM GMT
शोध में हुआ खुलासा- अल्जाइमर के जीन से बढ़ सकता है कोरोना का खतरा
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कोरोना वायरस (कोविड-19) और अल्जाइमर रोग के लिए कारक बनने वाले एक जीन को लेकर अध्ययन किया गया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस (कोविड-19) और अल्जाइमर रोग के लिए कारक बनने वाले एक जीन को लेकर अध्ययन किया गया है। इस जीन का संबंध कोरोना संक्रमण से पाया गया है। इसका दावा है कि भूलने की बीमारी अल्जाइमर का कारक बनने वाले एपो ई4 नामक जीन के चलते पीड़ित व्यक्ति में कोरोना संक्रमण के गंभीर होने का खतरा बढ़ सकता है।


सेल स्टेम सेल पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, कोरोना के प्रति एपो ई4 जीन को उच्च स्तर पर संवेदनशील पाया गया है। रिसर्च सेंटर अमेरिकी सिटी ऑफ होप के शोधकर्ता यांहोंग शी ने कहा, 'हमारे अध्ययन से अल्जाइमर के कारक एपो ई4 और कोविड-19 के बीच जुड़ाव का पता चलता है। साथ ही इसका भी पता चलता है कि सभी नहीं, लेकिन कुछ कोरोना पीडि़तों में तंत्रिका तंत्र संबंधी यह समस्या क्यों खड़ी होती है। इस तरह के कारकों को समझने से ऐसे कोरोना पीडि़तों के बेहतर इलाज में मदद मिल सकती है।'


शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष लैब में ब्रेन सेल्स पर किए गए एक अध्ययन के आधार पर निकाला है। उन्होंने प्रयोगशाला में सबसे पहले प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल्स के उपयोग से ब्रेन सेल्स तैयार किया। प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल्स एक प्रकार की स्टेम सेल्स होती हैं। इससे वर्चुअल तरीके से किसी भी तरह की कोशिका की उत्पत्ति की जा सकती है। शोधकर्ताओं ने नवनिर्मित न्यूरान (तंत्रिका कोशिका) और एस्ट्रोसाइट्स को कोरोना वायरस से संक्रमित कराया। एस्ट्रोसाइट एक तरह की हेल्पर सेल्स (कोशिका) होती है। उन्होंने दोनों तरह की कोशिकाओं को संक्रमण के लिहाज से अतिसंवेदनशील पाया।


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