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सुरक्षा के संबंध में डेटा प्रस्तुत करेगा।
फाइजर कोरोना वायरस वैक्सीन की दो डोज संभावित रूप से बच्चों को लांग कोविड के खतरे से बचा सकती है। एक नए अध्ययन से ये पता चला है। यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन की दो डोज को 12 से 15 साल की उम्र के बच्चों को 21 दिनों में देने की मंजूरी दी है।
हालांकि, यूके में मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने मायोकार्डिटिस के जोखिम, हृदय की मांसपेशियों की सूजन के डर से 12 से 15 साल की उम्र के स्वस्थ बच्चों को कोविड वैक्सीन की केवल एक डोज देने को मंजूरी दी है। यहां अस्वस्थ्य बच्चों और चिकित्सकीय रूप से कमजोर लोगों के साथ रहने वाले बच्चों को वैक्सीन की दो डोज की पेशकश की जा रही है।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, रायल सोसाइटी ऑफ मेडिसिन के जर्नल में प्रकाशित नए अध्ययन से पता चलता है कि जब तक मामले की दर लगातार कम नहीं होती है तब तक दूसरी डोज प्राप्त करने के लाभ जोखिम से अधिक होते हैं। लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी कालेज लंदन और लंदन स्कूल आफ हाइजीन एंड ट्रीपिकल मेडिसिन के शोधकर्ताओं की एक टीम ने वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले 12 से 17 साल के किशोरों पर टीके के असर का विश्लेषण किया।
उन्होंने इस दौरान इंग्लैंड में कोविड-19 संक्रमित बच्चों के बीच अस्पताल में प्रवेश, गहन देखभाल सहायता और मृत्यु की ऐतिहासिक दरों का उपयोग किया। शोध का अनुमान है कि अस्पताल और आईसीयू में प्रवेश, मृत्यु और लांग कोविड के मामलों के मामलों में कमी आई। इससे ये पता चला है कि बच्चों को फाइजर वैक्सीन से लांग कोविड में मदद मिल सकती है।
बता दें कि फाइजर जल्द ही अमेरिकी के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) को 5 से 11 साल के बच्चों के लिए अपने एमआरएनए कोविड वैक्सीन की सुरक्षा के संबंध में डेटा प्रस्तुत करेगा।
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