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गारंटी देगा कि उसकी धरती आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह नहीं होगी।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने काबुल में एक ड्रोन हमले में अलकायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी (Al Zawahiri Killed) को मार गिराया था, इस बात की पुष्टि बीते सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने की थी।
वहीं, अब एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, अफगानिस्तान की राजधानी काबुल (Kabul) में 31 जुलाई को अल कायदा प्रमुख अयमान अल जवाहरी (Al Zawahiri) को मारने वाले अमेरिकी ड्रोन को संभवतः किर्गिस्तान के एक एयरबेस (airbase in Kyrgyzstan) से लान्च किया गया था।
पाकिस्तानी प्रकाशन डॉन ने बताया कि हमला उत्तरी किर्गिस्तान के मानस में एक अमेरिकी पारगमन सुविधा गैन्सी एयरबेस (Ganci Airbase, Kyrgyzstan) से शुरू किया गया था।
अमेरिकी रक्षा विभाग के अनुसार डॉन द्वारा हवाला दिया गया कि, गैन्सी बिश्केक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास, किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) में एक पूर्व अमेरिकी सैन्य अड्डा है। इसे अमेरिकी वायु सेना द्वारा संचालित किया गया था, जिसने इसे जून 2014 में किर्गिज़ सेना को सौंप दिया था।
हालांकि, अमेरिकी प्रशासन ने इस बात पर कोई टिप्पणी नहीं की कि ड्रोन ने कहां से उड़ान भरी और किस रास्ते का इस्तेमाल किया।
जवाहिरी काबुल शहर में एक ड्रोन हमले में मारा गया था, जहां वह तालिबान के अतिथि के रूप में रह रहा था। रक्षा विभाग ने एक बयान में कहा कि रविवार को सुबह 6:18 बजे एक सटीक, आतंकवाद विरोधी अभियान में दो हेलफायर मिसाइलों से घर पर हमला किया गया था।
अमेरिका ने कहा कि हक्कानी नेटवर्क के आतंकी संगठन को काबुल में अल-कायदा प्रमुख की मौजूदगी की जानकारी थी। इसके अलावा, अमेरिकी विदेश विभाग (US State Department) ने जवाहिरी की मौत के बाद दुनिया भर में अपने नागिरकों के लिए एक अलर्ट जारी किया है।
बता दें कि जवाहिरी दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक था और 11 सितंबर 2001 के हमलों का मास्टरमाइंड था। वह शनिवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अमेरिका द्वारा किए गए ड्रोन हमले में मारा गया था।
मिस्र के एक सर्जन ने बताया कि, जवाहिरी 9/11 की योजना में गहराई से शामिल था और उसने ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) के निजी चिकित्सक के रूप में भी काम किया था। बता दें कि यह हमला केंद्रीय खुफिया एजेंसी (Central Intelligence Agency) द्वारा किया गया था और वायु सेना के ड्रोन द्वारा किया गया था।
एक अधिकारी ने दावा किया कि जवाहिरी ड्रोन हमले में मारा गया एकमात्र व्यक्ति था और उनके परिवार का कोई भी सदस्य घायल नहीं हुआ था। इस बीच, तालिबान ने जवाहिरी के मारे जाने की पुष्टि की और सप्ताह के अंत में काबुल में संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of america) द्वारा किए गए ड्रोन हमले की निंदा की।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में कहा कि राजधानी में एक आवास पर हमला हुआ और इसे "अंतर्राष्ट्रीय सिद्धांतों" का उल्लंघन बताया, जिसके जवाब में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US Secretary of State Antony Blinken) ने कहा कि तालिबान ने अल-कायदा प्रमुख की मेजबानी और उसे पनाह देकर दोहा समझौता का उल्लंघन किया है।
अमेरिका और तालिबान ने फरवरी 2020 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) के तहत एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते में अफगान धरती से अमेरिकी सैनिकों की वापसी का आह्वान किया गया था और तालिबान हिंसा को कम करेगा और गारंटी देगा कि उसकी धरती आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह नहीं होगी।
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