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अपनी फिल्म रिजेक्ट होने पर फिल्ममेकर काफी नाराज हुए। उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने जो प्रोजेक्ट चुना है वो असल जिंदगी पर आधारित है
फिल्म मेकर ओनिर की फिल्म को रक्षा मंत्रालय ने एनओसी देने से इनकार कर दिया है। सरकार का कहना है कि फिल्म अगर बनी तो इससे भारतीय सेना की छवि खराब हो सकती है। बीजेपी नेता वरुण गांधी ने सदन में ये मुद्दा उठाया था। उनके सवाल पर रक्षा मंत्रालय ने एक विस्तृत जवाब दिया है।
इस फिल्म कहानी कुछ ऐसी है कि कश्मीर में तैनात एक आर्मी अफसर को एक स्थानिय युवक से प्यार हो जाता है। कुलमिला कर इसमें एक आर्मी अफसर को गे दिखाया जाता है जिसके एक सिविलियन के साथ समलैंगिक संबंध हैं। लेकिन इस फिल्म को रक्षा मंत्रालय ने मंजूरी देने से इसलिए मना कर दिया है, क्योंकि उनकी नजरों में ऐसी फिल्म भारतीय सेना को खराब छवि में दिखाती है।
बता दें कि वरुण गांधी ने अपने सवाल में ओनिर की फिल्म का नाम नहीं लिया था। सिर्फ जानकारी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि किन कारणों वश सेना ने एक फिल्म को एनओसी देने से इनकार कर दिया है? इस दौरान उन्होंने इसे 'अभिव्यक्ति की आजादी' से जोड़कर सवाल पूछा था।
रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने इसपर बयान देते हुए कहा, 'इसे नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट न मिलने का कारण रहा कि फिल्म एक कश्मीर पोस्टेड आर्मी ऑफिसर पर आधारित रही जिसमें उनके रोमांटिक रिलेशनशिप को एक सोल्जर के साथ दिखाया गया था। इससे सेना की छवि धूमिल हो सकती थी।' उन्होंने आगे कहा कि- इससे सिक्योरिटी संबंधी सवाल भी खड़े हो सकते हैं, जिसके चलते एनओसी नहीं दी गई।
फिल्म मेकर ओनिर के सोशल मीडिया पेज पर भी कुछ डिटेल शेयर किए गए हैं, जिसमें बताया गया है कि 1 जनवरी 2021 से 31 जनवरी 2022 तक भारतीय सेना पर बनने वाली कुछ 18 फिल्मों के प्रपोजल सामने आए थे, इनमें से 16 को पास कर दिया गया वहीं एक प्रपोजल को रिजेक्ट कर दिया गया। रिजेक्शन वाला प्रोडेक्ट उन्हीं का था। वहीं एक अन्य फिल्म पर मामला अटका हुआ है। अपनी फिल्म रिजेक्ट होने पर फिल्ममेकर काफी नाराज हुए। उन्होंने दावा किया था कि उन्होंने जो प्रोजेक्ट चुना है वो असल जिंदगी पर आधारित है
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