x
कोरोना महामारी के बीच जापान में पिछले साल बच्चों के जन्म में रिकॉर्ड कमी देखी गई।
कोरोना महामारी के बीच जापान में पिछले साल बच्चों के जन्म में रिकॉर्ड कमी देखी गई। एक रिपोर्ट के अनुसार, इसकी वजह है कि यहां ज्यादातर लोग शादी करने और परिवार शुरू करने से बच रहे हैं।
जापान में युवाओं की तुलना में बुजुर्ग आबादी बहुत अधिक हो गई है। हालात यही रहे तो जापान में 2040 तक कुल आबादी की 35 प्रतिशत आबादी बुजुर्गों की हो जाएगी। दरअसल जापान में प्रजनन दर 1.34 के आसपास रह गई है। जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 2020 में 8,40,832 बच्चे पैदा हुए। यह संख्या 2019 में पैदा हुए बच्चों की तुलना में 2.8 फीसदी कम है। साथ ही 1899 में रिकॉर्ड रखने के वक्त से सबसे कम है
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, जापान में पिछले साल पंजीकृत शादियों की संख्या में 12.3 फीसदी की कमी आई और यह संख्या मात्र 5,25,490 रही जोकि पोस्ट वार रिकॉर्ड है। देश की प्रजनन दर कम होकर 1.34 फीसदी रह गई है जोकि दुनिया में सबसे कम है। जापान बुजुर्ग देश बन गया है। इसका मतलब है कि देश की 20 फीसदी से अधिक आबादी 65 साल से अधिक उम्र की है।
2018 में जापान की आबादी 124 मिलियन थी, लेकिन 2065 तक इसके गिरकर 88 मिलियन रहने की उम्मीद है। वहीं पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया सालों से निम्न जन्म दर को लेकर संघर्ष कर रहा है। 2020 में दक्षिण कोरिया में पहली बार जन्म से अधिक मौतें हुईं।
Next Story