रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर के विरूद्ध बगावत का बिगुल बजाने वाले निजी सेना वैगनर ग्रुफ के आर्मी चीफ येवगिनी प्रिगोझिन का लंबे समय बाद एक वीडियो सामने आया है. प्रिगोझिन ने आगे को जो घातक प्लान बताया है, उसे सुनकर होश फाख्ते हो जाएंगे. अभी वैगनर आर्मी चीफ प्रिगोझिन बेलारूस में हैं. वह अपने सेना के जवानों से वार्ता कर रहे हैं. इसी दौरान का वीडियो वायरल हो रहा है. वह यूक्रेन में दोबारा वापस होने से लेकर अपने भविष्य के अन्य प्लान को सेना के जवानों के साथ साझा कर रहे हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि रूस की निजी सेना के प्रमुख अपना भविष्य कहां बनाने वाले हैं?
येवगेनी प्रिगोझिन का बुधवार को आया वीडियो बता रहा है कि प्रिगोझिन अपने सैनिकों को यह कहता दिख रहा है कि अफ्रीका में तैनाती से पहले उन्हें बेलारूस में अपने सेना प्रशिक्षण के लिए कुछ समय बिताना होगा. इससे साफ हो रहा है कि रूस की निजी सेना अब अफ्रीका में अपनी सेवाएं देने वाली है. बता दें कि पिछले महीने प्रिगोझिन के नेतृत्व में रूस की निजी सेना ने संक्षिप्त बगावत कर दी थी. इससे पुतिन के हाथ-पांव फूल गए थे. वैगनर सेना ने पुतिन के तख्तापलट का भी घोषणा कर दिया था. मगर बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकासेंको के हस्तक्षेप के बाद रूस की निजी सेना मास्को पहुंचने से पहले ही लौट आई थी. इसके बाद पुतिन ने राहत की सांस ली थी.
यूक्रेन में लड़ाई की प्रिगोझिन ने की आलोचना
प्रिगोझिन की वैग्नर निजी सेना कंपनी से संबंधित मैसेजिंग ऐप चैनलों ने बोला कि उन्होंने बेलारूस में एक क्षेत्र शिविर में सैनिकों को संबोधित किया और एक वीडियो जारी किया. शाम के समय तैयार किए गए इस वीडियो में दृश्य धुंधले कर दिए गए हैं । इसमें उसकी छाया नजर आती है और उसकी गंभीर आवाज को साफ तौर पर सुना जा सकता है. वीडियो में प्रिगोझिन कहता है, ‘‘स्वागत है आप सभी का. आप सभी का स्वागत कर मुझे खुशी हो रही है. बेलारूस की धरती पर आपका स्वागत है.’’ प्रिगोझिन ने कहा, ‘‘हम सम्मान के साथ लड़े. हमले रूस के लिए काफी कुछ किया है.’’ प्रिगोझिन की बगावत ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के 23 वर्ष के शासन के लिए बहुत ही गंभीर खतरा पैदा कर दिया था. यह बगावत हालांकि संक्षिप्त थी. नए वीडियो में भी प्रिगोझिन ने यूक्रेन में लड़ाई के निर्णय की आलोचना की. वीडियो की प्रामाणिकता की तुरन्त पुष्टि नहीं की जा सकी. उसने कहा, ‘‘आज जो भी कुछ सीमा पर हो रहा है वह शर्मिंदगी की बात है जिसमें हमें हिस्सा नहीं लेना चाहिए.
बेलारूस को दूसरी सबसे शक्तिशाली सेना बनाने का संकल्प
प्रिगोझिन ने बोला कि वैग्नर सेना भविष्य में यूक्रेन लौट सकती है. साथ ही बताया कि ‘‘हम विशेष सेना अभियान में तभी लौट सकते हैं जब हमें महसूस होगा कि जो हम करेंगे, वह हमारी शर्मिंदगी का कारण नहीं बनेगा.’’ उसने कहा, ‘‘हमें अभी इन्तजार करने की आवश्यकता है.’’ प्रिगोझिन ने कहा, ‘‘इसलिए यह निर्णय किया गया है कि हम अभी कुछ समय बेलारूस में बिताएंगे. इस दौरान हम बेलारूस की सेना को दुनिया की दूसरी सबसे शक्तिशाली सेना बनाएंगे. हम प्रशिक्षित करेंगे, अपने स्तर को बढ़ाएंगे और फिर अफ्रीका की नई यात्रा पर जाएंगे.’’