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यही नहीं कई कॉन्डम के अंदर विस्फोटक पदार्थ भी भरकर उड़ाए जाते हैं जिससे वे जहां गिरते हैं, वहां पर विस्फोट हो जाता है।
इजरायली लड़ाकू विमानों ने गाजा पट्टी में इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) की सशस्त्र शाखा की चौकियों और सुविधाओं पर हमला किया। इजरायली सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार को किया गया हमला दक्षिणी इजरायल की ओर आग लगाने वाले गुब्बारों (कॉन्डम बम) को छोड़े जाने के जवाब में किया गया था। फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, पोस्ट और सुविधाएं अल-कसम ब्रिगेड, दक्षिणी, मध्य और उत्तरी गाजा पट्टी में हमास सशस्त्र विंग से संबंधित हैं।
चिकित्सा सूत्रों ने कहा कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, जबकि सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि हमास के आतंकवादियों ने इजरायल के हवाई हमलों के डर से गाजा पट्टी में सभी चौकियों और सुविधाओं को खाली कर दिया। गाजा में हमास द्वारा संचालित अल-अक्सा रेडियो ने बताया कि हमास के आतंकवादियों ने लड़ाकू विमानों पर भारी मशीनगनों से गोलीबारी की।
इसके अलावा सोमवार को, इजराइली मीडिया ने बताया कि हमास शासित गाजा पट्टी से दर्जनों कॉन्डम बम छोड़े जाने के बाद दक्षिणी इजराइल में नौ से अधिक क्षेत्रों में आग लग गई, और क्षेत्र के कई खेतों को गंभीर नुकसान हुआ। पूर्वी गाजा पट्टी और इस्राइल के बीच सीमा रेखा क्षेत्र में एक इजरायली सैनिक के गंभीर रूप से घायल होने के बाद शनिवार को इजरायली लड़ाकू विमानों ने हमास की कई चौकियों और सुविधाओं पर हमला किया।
कॉन्डम के अंदर हमास के सदस्य भरते हैं विस्फोटक
गाजा पट्टी पर सोमवार की रात से पहले हवाई हमले 11 दिनों तक चले थे और 21 मई को समाप्त हुए अंतिम दौर की लड़ाई की समाप्ति के बाद से ये चौथा हमला है। दरअसल, चरमपंथी गुट हमास के सदस्य कॉन्डम को फुलाकर उसके अंदर कोयला जैसे ज्वलनशील पदार्थ भरते हैं और फिर से इजरायली इलाकों में उड़ा देते हैं। इन 'गुब्बारों' के फटने से आग लग जाती है। यही नहीं कई कॉन्डम के अंदर विस्फोटक पदार्थ भी भरकर उड़ाए जाते हैं जिससे वे जहां गिरते हैं, वहां पर विस्फोट हो जाता है।
Neha Dani
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