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हम इन्हें तत्काल प्राथमिकता के तौर पर देखते हैं।’’
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रवक्ता गेरी राइस ने कहा कि संगठन भारत के साथ अपना संवाद मजबूत करने और तकनीकी सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कि मानव त्रासदी इस बात की याद दिलाती है कि महामारी अब भी वैश्विक स्तर पर गंभीर खतरा बनी हुई है।
आईएमएफ में संचार विभाग के निदेशक राइस ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, ''हम भारत के लोगों, महामारी के चलते वहां जो हो रहा है, कोविड-19 संकट के कारण जिन्होंने अपनी जान गंवाई और जो इससे पीड़ित हैं, उनके प्रति सहानुभूति और सहयोग जताते हैं।''
उन्होंने कहा, ''हम भारत में घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रहे हैं। हम उम्मीद जताते हैं कि संक्रमण के नए मामलों में गिरावट होगी।''
एक सवाल के जवाब में राइस ने कहा कि आईएमएफ भारतीय प्राधिकारियों के साथ करीबी संवाद रख रहा है।
राइस ने कहा, ''हम अपना संवाद मजबूत करने और तकनीकी सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार हैं। भारत में मानव त्रासदी इस बात की याद दिलाती है कि महामारी वैश्विक स्तर पर गंभीर खतरा बनी हुई है। आईएमएफ में हम वैश्विक सहयोग मजबूत करने के अपने प्रयासों को फिर से बढ़ा रहे हैं।''
उन्होंने कहा कि आईएमएफ भारत को तत्काल सहायता मुहैया कराने की कई देशों की घोषणाओं का स्वागत करता है।
उन्होंने कहा, ''आर्थिक असर की बात की जाए तो भारत वैश्विक रूप से एक महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है। हम जुलाई में भारत और वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए वृद्धि पूर्वानुमान में फिर से सुधार करेंगे।''
राइस ने कहा, ''अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत के लिए महामारी से लड़ने के लिए समन्वित नीति प्रतिक्रिया जारी रखना अहम होगा। इसमें टीकाकरण अभियान तेज करना, स्वास्थ्य क्षेत्र को राजकोषीय संसाधन मुहैया कराना और कमजोर वर्ग को सामाजिक सहयोग मुहैया कराना शामिल है। हम इन्हें तत्काल प्राथमिकता के तौर पर देखते हैं।''
Neha Dani
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