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रेस्क्यू टीम के साथ काम करने के लिए तुर्की भेजा जाएगा, जहां से अक्सर भूकंप के मामले सामने आते रहते हैं.
भूकंप, बाढ़ और सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं की वजह से हर साल कई लोगों की जान चली जाती है. कई बार भूकंप के बाद मलबे में फंसे लोगों की लोकेशन पता करना बड़ा मुश्किल हो जाता है. ऐसे में अब चूहे लोगों की जान बचाने में मदद करेंगे. दरअसल तंजानिया की एक साइंसटिस्ट ने ऐसा सिस्टम डेवलेप किया है, जिसकी मदद से चूहे मलबे में फंसे लोगों का पता लगा सकते हैं.
मलबे में फंसे लोगों की बचाएंगे जान
इसके लिए अफ्रीका के वैज्ञानिकों और अपोपो नाम के एक NGO ने चूहों को ट्रेनिंग देना भी शुरू कर दिया है. इन चूहे की पीठ पर एक बैग टांगा जाएगा. इस बैग में माइक्रोफोन, वीडियो डिवाइस और लोकेशन ट्रैकर रखा जाएगा. इन चीजों के जरिए बचाव कर्मी मलबे में फंसे लोगों से संपर्क कर पाएंगे. इसके साथ ही उनकी लोकेशन का पता लगाकर उनकी जान बचा पाएंगे.
7 चूहों को दी जा चुकी है ट्रेनिंग
I train these clever creatures to save victims trapped in collapsed buildings after earthquakes. We kit them out with a rat backpack, and train them to trigger a switch when they find a victim & come back for a tasty treat 🐀#herosnotpests #science #weirdjobs #WomenInSTEM pic.twitter.com/728IQv70NX
— Dr Donna Kean (@donnaeilidhkean) May 26, 2022
इस प्रोजेक्ट की हेड डॉ. डोना कीन के मुताबिक, अब तक 7 चूहों का इस प्रोजेक्ट के लिए ट्रेनिंग दी जा चुकी है. इन चूहों ने केवल दो हफ्ते के भातर ही पूरा काम सीख लिया है. प्रोजेक्ट के लिए चुने गए चूहे अफ्रीका में मिलने वाली पाउच्ड रैट्स प्रजाति के हैं. इनका नाम 'हीरो रैट्स' रखा गया है. इन चूहों को इसलिए चुना गया है, क्योंकि ये तेजी से सीख लेते हैं. इसके साथ ही इन चूहों में सूंघने की क्षमता भी ज्यादा होती है. ये चूहे छोटी से छोटी जगह में आसानी से घुस जाते हैं.
ट्रेनिंग पूरी होने पर तुर्की जाएंगे चूहे
डॉ कीन ने न्यूजवीक के हवाले से बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए एक साथ 170 चूहों को ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग पूरी होने पर चूहों को सर्च और रेस्क्यू टीम के साथ काम करने के लिए तुर्की भेजा जाएगा, जहां से अक्सर भूकंप के मामले सामने आते रहते हैं.
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