विश्व
तेजी से वैक्सीनेशन जारी फिर भी पांव पसार रहा कोरोना, यूरोप का हाल सबसे बुरा
Renuka Sahu
27 Oct 2021 2:58 AM GMT
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फाइल फोटो
यूरोपीय देशों में कोरोना महामारी पिछली बार की तरह अबकी सर्दी में भी में तेजी से पांव पसार रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूरोपीय देशों में कोरोना महामारी पिछली बार की तरह अबकी सर्दी में भी में तेजी से पांव पसार रही है। यह स्थिति तब है जब पिछली ठंड के विपरीत इस बार कोरोना रोधी टीकों का कवच उपलब्ध है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यूरोप महाद्वीप धरती का इकलौता हिस्सा है जहां नए मामले बढ़ रहे हैं। लगातार तीसरे हफ्ते में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
हालांकि पश्चिमी यूरोप के मुकाबले पूर्वी यूरोप और रूस में मामले अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं। इसकी मुख्य वजह टीकाकरण कवरेज में अंतर है। पश्चिमी यूरोप में टीकाकरण स्तर ऊंचा है इसलिए वहां नए संक्रमितों और अस्पताल में भर्ती होने वाले कोविड मरीजों की संख्या कम है। लेकिन दोनों ही भागों में मामले बढ़े हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के विशेष डॉ. पीटर ड्रोबाक ने यूरोप में कोरोना मामले बढ़ने की चार वजह ये बताई है-आर्थिक गतिविधियां शुरू होने से कोविड संबंधी पाबंदी में ढील, डेल्ट वेरिएंट, सर्दी के मौसम में लोगों का घर के अंदर रहना।
टीका लगवाने में हिचक से बढ़ा संक्रमण:
यूरोपीयन सेंटर फॉर डिजीज प्रीवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) के मुताबिक टीका लगवाने में हिचक पूर्वी यूरोप और रूस में संक्रमण बढ़ने की प्रमुख वजह है। पूर्वी यूरोप के कई देशों में टीकाकरण दर केवल 24 फीसदी तक दर्ज की गई। इसके कारण इन देशों को मौत के बढ़ते मामलों से जूझना पड़ रहा है। खास बात यह कि यूरोपीय देशों में टीकों की कमी नहीं है, इनके पास ईयू द्वारा मंजूर सभी टीके हैं।
लातविया-रोमानिया समेत पूर्वी यूरोप में कहर:
पूर्वी यूरोप के कई देशों में सक्रमण बढ़ने पर पाबंदी लगाई गई जिसमें रोमानिया और लातविया भी शामिल हैं। लातविया पूर्वी यूरोप का पहला देश है जहां संक्रमण बढ़ने के कारण लॉकडाउन लगाया गया है। यहां केवल 56 फीसदी वयस्कों को टीके की दोनों खुराक लगी है, जबकि यूरोप में टीकाकरण का दायरा 74.6 फीसदी है। रोमानिया में एक बार फिर रात का कर्फ्यू लगाया गया है और स्वास्थ्य पास को अनिवार्य किया गया है। रोमानिया में प्रति 10 लाख लोगों पर 19.25 मौतें दर्ज की गई हैं, जो दुनिया में सर्वाधिक है। रोमानिया में केवल 35.6 फीसदी लोगों का टीकाकरण हुआ है। इसी तरह बुल्गारिया में नए केस बढ़ने के खिलाफ लोगों को सड़क पर उतरना पड़ रहा है। यूरोप के दूसरे सबसे बड़े देश यूक्रेन में महामारी के दौरान पहली बार कोरोना के सर्वाधिक नए मामले दर्ज किए गए हैं। यहां गत गुरुवार को प्रतिदिन के नए मामलों का आंकड़ा 22415 पर पहुंच गया। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति को कहना पड़ा कि-दो रास्ते हैं, टीकाकरण या लॉकडाउन।
ब्रिटेन-जर्मनी समेत पश्चिमी यूरोप में केस बढ़े:
जर्मनी-ब्रिटेन समेत पूरे पश्चिमी यूरोप में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। पश्चिमी यरोप में सर्वाधिक कोरोना के मामले ब्रिटेन में दर्ज किए जा रहे हैं और कोविड मरीजों की मौत में इजाफा दर्ज किया गया है। इसलिए ब्रिटेन में प्रतिबंधों को दोबारा लगाए जाने की मांग होने लगी है ताकि लॉकडाउन से बचा जा सके। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 50 साल से अधिक उम्र के लोगों और अधिक जोखिमपूर्ण कार्य में लगे लोगों से बूस्टर टीका लगवाने की अपील की है। जर्मनी में संक्रमण ने पिछले पांच महीनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जर्मनी में प्रति एक लाख लोगों पर कोरोना के 100 नए मामले दर्ज किया गए जो मई के बाद से सर्वाधिक है। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित देशों में बेल्जियम और आयरलैंड भी शामिल हैं। ईसीडीसी के मुताबिक बेल्जियम में 10 हजार लोगों पर 325.76 संक्रमित मिले हैं, जबकि आयरलैंड में यह आंकड़ा 432.84 फीसदी है। बेल्जियम के स्वास्थ्य मंत्री फ्रैंक वांडरब्रुक ने भी माना है कि उनका देश कोरोना की चौथी लहर का सामना कर रहा है।
मॉस्को में 10 दिवसीय लॉकडाउन :
रूस कोरोना संक्रमण के लिहाज से बेहद खराब स्थिति का सामना कर रहा है। मास्को में गत सोमवार से ही 10 दिवसीय लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। देश में कई बार कोरोना के दैनिक मामले रिकॉर्ड तोड़ चुके हैं। रूस में कोरोना से मौत की ऊंची दर कम होने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को यहां कोरोना से 1028 लोगों की मौत हो गई।
टीका रामबाण नहीं :
ब्रिटेन के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. ड्रोबाक ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिहाज से टीका कोई रामबाण हथियार नहीं है। हालांकि उन्होंने माना कि टीका निश्चित तौर पर गेम चेंजर साबित हो रहा है। डेल्टा के बाद कोरोना के नए वेरिएंट एवाई.4.2 के मद्देनजर ड्रोबाक ने कहा-यूके की रणनीति सबकुछ टीकाकरण भरोसे छोड़ देने की है, लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता।
अमेरिका ने यूक्रेन को सर्वाधिक जोखिम वाले देशों में शामिल किया
अमेरिका ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर यात्रा करने के लिहाज से यूक्रेन को सर्वाधिक जोखिम वाले देशों की सूची में शामिल किया है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने यूक्रेन को लेवल-3 से हटाकर अब लेवल-4 के देशों में शामिल किया है। किसी देश में यदि पिछले 28 दिनों के दौरान प्रति एक लाख लोगों पर नए संक्रमितों की संख्या 500 या इससे अधिक रहती है, तो सीडीसी उस देश को लेवल-4 सूची में शामिल कर लेता है। फिलहाल इस सूची में 77 देश हैं जिनमें ऑस्ट्रिया, बहामास, बोत्सवाना, क्रोएशिया, ग्रीस, आयरलैंड, जमैका, मालदीव, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड, तुर्की आदि शामिल हैं।
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