राहुल गांधी ने अमेरिका में कही पीएम मोदी के बारे में बड़ी बात
अमेरिका। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को अमेरिका के दौरे पर पहुंचे. यहां सैन फ्रांसिस्को में उन्होंने भारतीयों से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि कुछ महीने पहले हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा शुरू की थी. मैं भी यात्रा कर रहा था. हमने देखा था कि भारत में राजनीति के जो सामान्य टूल थे (जैसे जनसभा, लोगों से बातचीत, रैली) वे अब काम नहीं कर रहे हैं. हमें राजनीति के लिए जिन संसाधानों की जरूरत पड़ती है, उन्हें बीजेपी और आरएसएस नियंत्रित कर रहे हैं. लोगों को धमकी दी जा रही है. एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में हमें लगा कि कहीं न कहीं भारत में अब राजनीति करना आसान नहीं रह गया. ऐसे में हमने यात्रा करने का फैसला किया.
The BJP is threatening people and misusing government agencies.
— Congress (@INCIndia) May 31, 2023
The Bharat Jodo Yatra started because all the instruments that we needed to connect with the people were controlled by the BJP-RSS.
: Shri @RahulGandhi at 'Mohabbat ki Dukaan' event in San Francisco, U.S pic.twitter.com/8XEdtqnAfM
राहुल गांधी ने कहा, दुनिया इतनी बड़ी है कि कोई भी व्यक्ति यह नहीं सोच सकता कि वह सबके बारे में सबकुछ जानता है. यह एक बीमारी की तरह है कि भारत में कुछ लोग ऐसे हैं, जो सोचते हैं कि वे सबकुछ जानते हैं. मुझे लगता है कि उन्हें लगता है कि भगवान से ज्यादा जानते हैं. वे भगवान के सामने बैठकर उन्हें भी समझा सकते हैं कि क्या चल रहा है. पीएम मोदी भी उनमें से एक हैं.
राहुल ने कहा, मुझे लगता हैं कि पीएम मोदी से कहा जाए कि वे भगवान के सामने बैठ जाएं, तो वे भगवान को समझाने लगेंगे कि ब्रह्मांड में क्या चल रहा है. भगवान भी भ्रमित हो जाएंगे कि उन्होंने क्या बनाया है. भारत में यही चल रहा है. भारत में कुछ लोग ऐसे हैं, जो सबकुछ जानते हैं. जब वे वैज्ञानिक के पास जाते हैं, तो उन्हें विज्ञान के बारे में बताते हैं, जब वे इतिहासकार के पास जाते हैं, तो उन्हें इतिहास के बारे में बताते हैं. आर्मी को युद्ध के बारे में, एयरफोर्स को उड़ने के बारे में सबको सबकुछ बताते हैं. लेकिन सही बात ये है कि उन्हें कुछ समझ नहीं आता. क्योंकि अगर आप किसी को सुनना नहीं चाहते तो आप उसके बारे में कुछ नहीं जान सकते.
राहुल ने कहा, जब हमने यात्रा शुरू की, सोचा देखेंगे कि क्या होता है? 5-6 दिन बाद हमें अहसास हो गया था कि हजारों किलोमीटर की यात्रा आसान नहीं है. मेरे घुटने की चोट से मुझे दिक्कत होने लगी. हमारे पास कोई विकल्प भी नहीं था. हम हर रोज 25 किलोमीटर की यात्रा कर रहे थे. तीन हफ्ते बाद चौंकाने वाली बात हुई. हमने अहसास किया कि हमें थकान नहीं हो रही है. मैंने अपने साथ चल रहे लोगों से पूछा कि क्या उन्हें थकान हो रही है, लोगों ने कहा कि थकान नहीं हो रही है. राहुल गांधी ने कहा, हमें अहसास हो गया था कि हम अकेले यात्रा नहीं कर रहे हैं. पूरा भारत हमारे साथ यात्रा कर रहा है. जब लोगों का प्यार मिलता है तो थकान नहीं होती है. जब जुड़कर साथ चलते हैं, तो थकान नहीं होती है. हमने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली.
राहुल ने कहा, हमारे बारे में अच्छी बात ये हुई, हमारा हर किसी के लिए स्नेह था. जो भी कुछ कहना चाहता था, चाहें वह कुछ भी कहे, हम उसे सुनना चाह रहे थे. हम नाराज नहीं हो रहे थे. हम उन्हें प्यार कर रहे थे. यही प्रकृति है.