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क्वॉड की चीन पर नजर, 'ड्रैगन' को घेरने के लिए चारों देशों ने बनाई रणनीति

Subhi
24 Sep 2022 1:24 AM GMT
क्वॉड की चीन पर नजर, ड्रैगन को घेरने के लिए चारों देशों ने बनाई रणनीति
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विस्तारवादी चीन के दुनिया में बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के नेतृत्व वाला समूह 'क्वॉड' (Quad) लगातार आपसी संबंध मजबूत करने में जुटा है. चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा की 77वीं बैठक के दौरान अलग से बातचीत की. क्वॉड की इस बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी और ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग शामिल हुए. चारों देशों ने एकजुट स्वर में कहा कि समुद्री क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन हिंद-प्रशांत के विकास और समृद्धि का आधार है. ऐसे में कोई पक्ष यथास्थिति को बदलने की कोशिश करता है या क्षेत्र में तनाव बढ़ाने वाला कदम उठाता है तो उसका कड़ा विरोध होना चाहिए.

'संयुक्त राष्ट्र को मजबूत करना वक्त की जरूरत'

बैठक में चारों देशों के मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के प्रति क्वॉड (Quad) के अटूट समर्थन पर बल दिया. साथ ही संयुक्त राष्ट्र को मजबूत करने और उसमें सुधार करने की अपनी प्रतिबद्धता फिर जताई. बैठक के बाद क्वॉड की ओर से जारी बयान में कहा गया, क्वॉड ने एक ऐसे संयुक्त राष्ट्र के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की, जो हमारे समय की अहम चुनौतियों का समाधान करता हो. साथ ही हमारे साझा और परस्पर संसाधनों की सुरक्षा करता हो. इसमें सतत विकास के लिए 2030 का एजेंडा पूरा करने का कार्यक्रम और सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करना शामिल है."

'UNSC में बढ़ाई जाएं स्थाई और अस्थाई सीटें'

क्वॉड (Quad) के नेताओं ने कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र में व्यापक सुधार के एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इन सुधारों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई और अस्थाई सीटों की संख्या में विस्तार करना शामिल है, जिससे दुनिया की वर्तमान वास्तविकताओं और जरूरतों को पूरा किया जा सके. बैठक से पहले चारों देशों के मंत्रियों ने हिंद-प्रशांत के लिए क्वॉड मानवीय सहायता और आपदा राहत साझेदारी को शुरू करने के लिए बनाई गई गाइडलाइन पर भी हस्ताक्षर किए. क्वॉड नेताओं ने इसकी घोषणा मई 2022 में की थी.

'मुश्किल दौर से गुजर रही है दुनिया'

भारत के विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर ने कहा कि यह बैठक सही समय पर हुई है क्योंकि दुनिया बहुत मुश्किल समय से गुजर रही है. उन्होंने कहा, 'कठिन समय को देखते हुए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि क्वॉड समूह (Quad) उस रचनात्मक एजेंडे में आगे बढ़े जो हमने अपने लिए निर्धारित किया है.' उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस साल ऑस्ट्रेलिया की ओर से आयोजित होने वाले आतंकवाद-रोधी अभ्यास की प्रतीक्षा कर रहा है. चारों मंत्रियों ने इस बात पर सहमति जताई कि अगले साल दिल्ली में होने वाली चारों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में वे सब व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे.

'यथास्थिति को इकतरफा बदलने की हो रही कोशिश'

बैठक में शामिल अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि यह बैठक होना इस बात का सबूत है कि क्वॉड (Quad) मजबूत है और यह हमारे बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत कर रहा है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारे देश अच्छी तरह से इस बात को जानते हैं कि जिन महत्वपूर्ण चुनौतियों का हम सामना कर रहे हैं और जो मौके हमारे सामने हैं, उस स्थिति में यह बहुत जरूरी है कि हम एक साथ मिलकर काम करें.' आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत के लिए प्रतिबद्ध है. वहीं जापानी विदेश मंत्री हयाशी ने कहा कि आज दुनिया देख रही है कि यथास्थिति को एकतरफा तरीके से बदलने के स्पष्ट प्रयास किए जा रहे हैं. कानून के शासन पर आधारित स्वतंत्र और खुली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था खतरे में है.


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