यूक्रेन युद्ध के 9 महीने बाद भी रूसी राष्ट्रपति पुतिन का गुस्सा ठंडा नहीं पड़ रहा है। क्रीमिया ब्रिज पर हमले के बाद से रूस नए सिरे से यूक्रेन पर आक्रमण कर रहा है। पिछले दिनों रूस ने कई मिसाइलों राजधानी कीव पर दागी थीं। इन हमलों में दर्जनों लोग मारे गए थे। विश्व समुदाय ने भी पुतिन की आलोचना की थी। अब एक बार फिर से रूस ने यूक्रेन में कीव, खारकीव और अन्य प्रमुख शहरों के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों को निशाना बनाकर सोमवार को सुबह ताबड़तोड़ हमले किए। यूक्रेन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, इन हमलों के कारण यूक्रेन के इन शहरों में पानी और बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। इस युद्ध को नौ महीने हो चुके हैं। रूस ने यूक्रेन के बिजली संयंत्रों और अन्य प्रमुख बुनियादी ढांचों को निशाना बनाकर अपने हमले तेज कर दिए हैं। रूस की रणनीति के परिणामस्वरूप यूक्रेन के बड़े हिस्से पहले से ही बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसके सुरक्षाबलों ने ''यूक्रेन की सैन्य कमान और ऊर्जा प्रणालियों को निशाना बनाकर हवा और पानी में मार करने वाले लंबी दूरी के हथियारों के साथ हमले किए।'' मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ''इन हमलों के लक्ष्य हासिल कर लिए गए। सभी निर्धारित लक्ष्यों को निशाना बनाया गया।'' इस बीच, दुनिया भर में खाद्य संकट का खतरा पैदा करने वाली नाकाबंदी को फिर से लागू करने की रूसी धमकी के बावजूद सोमवार को यूक्रेन के बंदरगाहों से अनाजों से भरे हुए 12 जहाज रवाना हुए।
करारा जवाब दे रहा यूक्रेन
यूक्रेन के प्रधानमंत्री डेनिस श्यामल ने कहा कि रूसी मिसाइलों और ड्रोनों ने 10 यूक्रेनी क्षेत्रों को निशाना बनाया और 18 बुनियादी ढांचों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिनमें से ज्यादातर ऊर्जा संयंत्र थे। उन्होंने कहा कि यदि यूक्रेनी सेना ने अधिकतर रूसी मिसाइलों को नहीं मार गिराया होता तो हमले के परिणाम बेहद गंभीर हो सकते थे। टेलीविजन पर राष्ट्रीय पुलिस के प्रमुख इहोर क्लाइमेंको ने अपने संबोधन में कहा कि सुबह के हमलों में 13 लोग घायल हुए हैं। रूस के इन हमलों को यूक्रेन द्वारा कथित तौर पर इस सप्ताहांत काला सागर में रूसी बेड़े पर किए गए ड्रोन हमले को लेकर जवाबी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है। यूक्रेन ने इन हमलों के आरोपों से इनकार किया है।