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पुतिन ने कहा- विवाद को खत्म करने के लिए शांति समझौता नहीं होगा कारगर

Gulabi
21 Feb 2022 4:31 PM GMT
पुतिन ने कहा- विवाद को खत्म करने के लिए शांति समझौता नहीं होगा कारगर
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को कहा
रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने सोमवार को कहा कि उन्हें अब ऐसा नहीं लगता है कि फ्रांस (France), जर्मनी (Germany) और यूक्रेन (Ukraine) के साथ सहमत 2015 की एक महत्वपूर्ण योजना यूक्रेन (Ukraine) के अलगाववादी संघर्ष को हल करने में सक्षम होगी. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, पुतिन ने अपनी सुरक्षा परिषद को बताया, हम समझते हैं कि 2015 मिन्स्क शांति समझौते (2015 Minsk peace accords) के कार्यान्वयन के लिए कोई संभावना नहीं है. इस समझौते पर बेलारूस की राजधानी में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच लड़ाई को खत्म करने के लिए सहमति बनी थी.
2015 मिन्स्क शांति समझौते को 'मिन्स्क 2' के रूप में भी जाना जाता है. इस दस्तावेज को 2015 में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में तैयार किया गया था. इस समझौते का मकसद पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में 10 महीने के खूनी संघर्ष को समाप्त करना था. 2014 में रूस समर्थक अलगाववादियों ने इस क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था. यूक्रेनी सरकार ने कहा था कि डोनबास और क्रीमिया प्रायद्वीप पर रूस का कब्जा है. यूक्रेन और पश्चिमी मुल्कों ने रूस पर सैनिकों और हथियारों के साथ अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया. मॉस्को ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पूर्व में लड़ने वाले सभी रूसी स्वयंसेवक थे.
क्षेत्र में शांति बनाने के उद्देश्य से इस समझौते पर रूस, यूक्रेन, अलगाववादी नेताओं और यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) के प्रतिनिधियों द्वारा हस्ताक्षर किया गया था. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव द्वारा मिन्स्क 2 का भी समर्थन किया गया था.
बाल्कन क्षेत्र में अपना सुरक्षा दूत भेज रहे हैं पुतिन
यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बाल्कन क्षेत्र में अपने शीर्ष सुरक्षा दूत को भेज रहे हैं. यहां पर मॉस्को मुख्य रूप से अपने सहयोगी सर्बिया के जरिए अपना प्रभाव बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. सर्बिया की सरकार समर्थक मीडिया ने सोमवार को बताया कि क्रेमलिन की सुरक्षा परिषद के प्रभावशाली सचिव निकोलाई पत्रुशेव सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक के साथ वार्ता के लिए आगामी कुछ दिन में बेलग्रेड पहुंचेंगे.
मॉस्को ने पत्रुशेव की यात्रा के बारे में फिलहाल कोई घोषणा नहीं की है. ऐसा बताया जा रहा है कि इस वार्ता में मॉस्को के इन दावों पर चर्चा की जाएगी कि रूसी हमले की आशंका के बीच रूस समर्थक विद्रोहियों के खिलाफ यूक्रेनी पक्ष की ओर से लड़ने के लिए अल्बानिया, कोसोवो और बोस्निया से भाड़े के सैनिकों को भेजा जा रहा है. बहरहाल, अल्बानिया, कोसोवो और बोस्निया ने इन दावों को खारिज किया है.
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