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पीटीआई नेताओं ने इमरान पर गोली चलाने वाले संदिग्ध पर जताया संदेह

jantaserishta.com
4 Nov 2022 9:01 AM GMT
पीटीआई नेताओं ने इमरान पर गोली चलाने वाले संदिग्ध पर जताया संदेह
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फाइल फोटो

इस्लामाबाद (आईएएनएस)| पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान पर लॉन्ग मार्च के दौरान गोली चलने के मामले पर सियासत तेज हो गई है। पार्टी नेता शाहबाज गिल ने कहा कि कुछ लोगों ने संदिग्ध हमलावर का बयान लिया और समाचार चैनलों को भेज दिया। लेकिन कथित अपराधियों की पहचान संदिग्ध थी। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, गिल ने कहा कि फुटेज में कथित हमलावर ने वेस्टकोट पहन रखा था लेकिन बाद में बयान देते समय ली गई तस्वीर में वेस्टकोट गायब हो गया था।
उन्होंने कहा कि तथ्यों को अलग रंग देकर विकृत किया जा रहा है लेकिन यह पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या का प्रयास था।
एक बयान में, पीटीआई नेता इमरान इस्माइल ने कहा कि संदिग्ध हमलावर का कबूलनामा देश को भ्रमित करने का उद्देश्य प्रतीत होता है।
इस्माइल ने कहा कि मैंने इस आदमी द्वारा चलाई गई गोलियों से अलग एक ऑटोमेटिक हथियार के चलने की आवाज सुनी। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट को (पत्रकार) अरशद शरीफ की हत्या की जांच के लिए अपने वरिष्ठतम न्यायाधीशों की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग बनाना चाहिए, जो आज की साजिश का खुलासा करेगा।
पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिरीन मजारी ने खान की कथित हत्या के प्रयास में आंतरिक मंत्री राणा सनाउल्लाह की गिरफ्तारी की मांग की।
गुरुवार शाम की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, उन्होंने ट्वीट्स की एक सीरीज में कहा, राणा सना ने इमरान खान को मारने की धमकी दी और आज हमने ऐसा प्रयास देखा। उन्हें हत्या के प्रयास में गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उनका सार्वजनिक बयान ही इस घटना में गवाह का काम करेगा।
उन्होंने कहा, ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या असली हत्यारा भाग गया है और पकड़ा गया आदमी सिर्फ धोखा है? लेकिन तथ्य स्पष्ट है कि यह एक हत्या का प्रयास था, जो उन लोगों द्वारा नियोजित किया गया था, जो धमकियां देते रहते थे।
एक अन्य पीटीआई नेता और पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने कहा कि यह खान पर एक सुनियोजित हत्या का प्रयास था, हत्यारे ने पीटीआई के पूर्व प्रधानमंत्री और नेतृत्व को मारने की योजना बनाई थी, यह 9 मिमी नहीं था यह ऑटोमैटिक हथियार का गनशॉट था।
उन्होंने कहा, हमारे हाथ आपकी गर्दन तक पहुंचेंगे। इसका बदला लिया जाएगा, कुछ पत्रकारों को व्हाट्सऐप भेजकर और छपी हुई रिपोर्ट मिलने से मामला नहीं सुलझेगा।
बता दें, गुरुवार शाम को वजीराबाद में अपने लॉन्ग मार्च कंटेनर पर हुए हमले में खान घायल हो गए थे। संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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