हिजाब के खिलाफ में ईरान में शुरू हुआ विरोध-प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है. 17 दिन बाद भी स्थिति ठीक होती नहीं दिख रही. प्रदर्शन में शामिल होने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है. अब प्रदर्शनकारी भी उग्र होते जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने ईरान के एक पुलिस चीफ अब्दल्लाही की हत्या कर दी है. इसके अलावा कई अन्य पुलिसकर्मियों पर भी लोगों का हमला हुआ है, जिससे वे घायल हैं.
अब सता रहा है यह डर
प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस चीफ को मौत के घाट उतारने के बाद से यहां तनाव बढ़ गया है और अब ईरान के मानवाधिकार समूह को डर सता रहा है कि कहीं ईरानी सेना IRGC (ईरान रिवोल्यूशनरी गॉर्ड कोर) प्रदर्शनकारियों का नरसंहार न करने लगे. मानवाधिकार समूह हेंगाव के अनुसार, सभी कुर्द बहुल शहरों को ईरानी सुरक्षाबलों ने घेर लिया है और प्रदर्शन करने वालों पर एके-47 और शॉटगन्स से गोलियां दागी जा रहीं हैं. 17 दिन के आंदोलन में फिलाहल अब तक 133 आम लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. वहीं मौत के साथ प्रदर्शनकारियों का गुस्सा भी बढ़ रहा है.
जाहेदान में इंटेलिजेंस चीफ को मार दिया था
बता दें कि इससे पहले सिस्तान और बलोचिस्तान प्रांत की राजधानी जाहेदान में आईआरजीसी के उच्च अधिकारी को बलोच प्रदर्शनकारियों ने मार दिया था. बलोच प्रदर्शनकारी एक 15 साल की सुन्नी मुस्लिम बलोच लड़की के बलात्कार का विरोध कर रहे थे. इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे.
नहीं टूट रहे हौसले
वहीं, दूसरी ओर हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों का हौसला सुरक्षाबलों के दमन और हिंसक कार्रवाई के बाद भी टूट नहीं रहा. समय के साथ और भीड़ बढ़ती ही जा रही है. लोग बेखौफ होकर ईरानी पुलिस और सैनिकों का सामना कर रहे हैं. इस आंदोलन में हर वर्ग के लोगों का साथ मिल रहा है.
क्रेडिट : varanasidailynews