x
देश में 65 साल से ऊपर वालों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है।
बहरीन के राजकुमार मोहम्मद हमद मोहम्मद अल खलीफा के नेपाल के गोरखा जिले तक ऑक्सफर्ड की कोरोना वैक्सीन की 2 हजार डोज लेकर पहुंचने पर बवाल मच गया है। नेपाल के अधिकारियों ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि कैसे बहरीन के राजकुमार बिना अनुमति के ही कोरोना वैक्सीन लेकर गोरखा जिले तक पहुंच गए। प्रिंस हमद सोमवार को नेपाल पहुंचे थे।
नेपाली कानून के मुताबिक देश में दवाओं के आयात के लिए पहले मंजूरी लिए जाने की जरूरत है। उधर, बहरीन के दूतावास ने इस पूरे मामले में सफाई दी है। उसने कहा कि राजकुमार की टीम गोरखा जिले के गांव वालों को यह कोरोना वैक्सीन दान करना चाहती थी। इस बीच मंगलवार को सेवेन समिट ट्रेक कंपनी के प्रवक्ता थानेश्वर गुरागैन ने कहा कि करीब 7 दिन तक क्वारंटीन रहने के बाद राजकुमार का हमद का ग्रुप गोरखा जिले के चुमनरुबी ग्रामीण नगर निगम इलाके में जाएगा।
प्रिंस और उनकी टीम का माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने का प्लान
सेवेन समिट ट्रेक कंपनी ही प्रिंस की यात्रा को देख रही है। प्रवक्ता ने कहा कि प्रिंस की टीम समगौन जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए ऑक्सफर्ड की कोरोना वैक्सीन के दो हजार डोज दान करेगी। इसके बाद प्रिंस और उनकी टीम का माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने का प्लान है। उधर, नेपाल के दवा प्रशासन विभाग ने कहा है कि वह कोरोना वायरस वैक्सीन के नेपाल में आयात की जांच करने जा रहा है।
दवा प्रशासन विभाग ने कहा कि देश के स्वास्थ्य मंत्रालय और उन्हें इन वैक्सीन के आयात की कोई जानकारी नहीं है। इस पूरे मामले की अभी जांच चल रही है। नेपाली मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक अगर कोई दवा देश में लाता है तो उसे पहले अनुमति लेना जरूरी होता है और इस बात की गारंटी देना होता है कि दवा को सही तरीके से रखा गया है। नेपाल में 27 जनवरी को कोरोना वैक्सीन लगना शुरू हुआ था। देश में 65 साल से ऊपर वालों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है।
Next Story