ब्रिटिश राजकुमार प्रिंस एंड्रयू के खिलाफ दायर यौन शोषण के मामले को अमेरिका की एक अदालत ने खारिज करने से इनकार कर दिया है। अब शाही परिवार के राजकुमार को मुकदमे का सामना करना पड़ेगा और यदि वे दोषी पाए जाते हैं तो जा भी भुगतनी पड़ेगी। जज लुईस कपलान ने एंड्रयू के वकीलों के वे तर्क खारिज कर दिए जिनमें कहा गया था कि वजीनिया गिफ्रे का केस प्रारंभ में ही रद्द कर देना चाहिए।
न्यूयॉर्क संघीय अदालत के जज ने अपने फैसले में स्पष्ट कर दिया कि गिफ्रे द्वारा दर्ज कराए गए यौन उत्पीड़न के केस को खारिज नहीं किया जा सकता, प्रिंस एंड्रयू को मुकदमे का सामना करना ही पड़ेगा। जज कपलान ने एंड्रयू के वकीलों की दलील को खारिज करते हुए कहा, फायनेंसर एपस्टीन (जिसने 2019 को जेल में खुदकुशी कर ली थी) और गिफ्रे के बीच पांच लाख डॉलर के समझौते में प्रिंस शामिल नहीं थे। ऐसे में प्रिंस को मुकदमे का सामना करने से बख्शा नहीं जा सकता है।
पड़िता वर्जीनिया गिफ्रे ने अगस्त में प्रिंस एंड्रयू पर मुकदमा दायर करते हुए आरोप लगाया था कि 2001 में फायनेंसर जेफरी एपस्टीन की मदद से प्रिंस ने उनका यौन शोषण किया था। उस वक्त वे 17 वर्ष की थीं और प्रिंस एंड्रयू को अच्छे से पता था कि मैं उस वक्त नाबालिग थी। प्रिंस ने तीन अलग-अलग स्थानों पर मेरा यौन शोषण किया था।
प्रिंस की सभी दलीलें हुईं खारिज
प्रिंस ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए अदालत से केस खारिज करने की अपील की थी। उन्होंने अपनी याचिका में कहा था की यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला के केस को खारिज किया जा सकता है क्योंकि अब वह अमेरिका में नहीं रहती। हालांकि, न्यायाधीश ने सभी दलीलों को खारिज करते हुए कहा कि प्रिंस को मुकदमे का सामना करना होगा।
ब्रिट्रिश राजकुमार एंड्रयू ने रानी को लौटाईं सभी उपाधियां
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के छोटे बेटे प्रिंस एंड्रयू ने अपनी सभी सैन्य उपाधियां और शाही संरक्षण सम्राट को लौटा दिया है। बकिंघम पैलेस ने गुरुवार को यहजानकारी दी। 61 वर्षीय ड्यूक ऑफ यॉर्क, प्रिंस चार्ल्स के छोटे भाई हैं।
महल द्वारा दिए गए बयान के अनुसार रानी की स्वीकृति और समझौते के साथ, ड्यूक ऑफ यॉर्क की सैन्य संबद्धता और शाही संरक्षण रानी को वापस कर दिया गया है। ब्रिट्रिश राजकुमार एंड्रयू कोई सार्वजनिक कर्तव्य नहीं निभाएंगे।