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प्रधानमंत्री देउबा ने की स्थानीय निकाय के बाद प्रांत और संघीय चुनावों की घोषणा

Deepa Sahu
19 Feb 2022 7:03 PM GMT
प्रधानमंत्री देउबा ने की स्थानीय निकाय के बाद प्रांत और संघीय चुनावों की घोषणा
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नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को घोषणा की.

काठमांडू, नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने शनिवार को घोषणा की, कि स्थानीय स्तर के निकाय चुनाव के बाद देश में प्रांतीय और संघीय चुनाव कराए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने शनिवार को 72वें लोकतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्र के नाम संबोधन में यह घोषणा की।

मई में होने जा रहे स्थानीय चुनाव के पहले देउबा ने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शासन में सुधार की साझी प्रतिबद्धता की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उनके मुताबिक, निकाय चुनाव, प्रांतीय एवं संघीय चुनाव कराकर इसे हासिल किया जा सकता है।देउबा ने कहा, 'हम बहुत जल्दी स्थानीय स्तर के चुनाव कराने जा रहे हैं। इसके बाद प्रांतीय और संघीय चुनाव भी कराए जाएंगे। ये सभी चुनाव भय मुक्त के साथ ही किसी भी प्रकार की विसंगति से रहित होंगे। प्रणाली में सुधार की साझी प्रतिबद्धता की जरूरत है।'
हमारे पूर्वजों द्वारा परिकल्पित नेपाल के निर्माण की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर: देउबा
देउबा ने जोर देकर कहा कि सभी नेपाली लोग अब 1950 की क्रांति की नींव पर खड़े होकर कड़ी मेहनत से अर्जित स्वतंत्रता और आत्म-सम्मान के साथ-साथ नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता का आनंद लेने में सक्षम हैं। उन्होंने लोकतांत्रिक शासन और व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्ध होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता की ओर इशारा करते हुए कहा कि शहीदों के सपने को साकार करने और हमारे पूर्वजों द्वारा परिकल्पित नेपाल के निर्माण की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है।
राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी समेत नेपाल के शीर्ष नेता रहे मौजूद
बता दें कि शनिवार को 72वें राष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी काठमांडू में सेना के पवेलियन में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। इसमें राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी, उपराष्ट्रपति नंद बहादुर पुन, प्रधान मंत्री शेर बहादुर देउबा, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश दीपक कुमार कार्की, प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष अग्नि प्रसाद सपकोटा, मंत्री और उच्च पदस्थ अधिकारी उपस्थित रहे।
नेपाल सरकार ने तीन दिवसीय विशेष उत्सव की अपील की

गौरतलब है कि यह दिन 7वें फाल्गुन और 2007 बीएस की याद में मनाया जाता है, जब 104 साल पुराने निरंकुश राणा शासन के अंत के बाद नेपाल में लोकतंत्र की स्थापना हुई थी। 2008 बीएस के बाद से मुख्य समारोह समिति के लिए हर साल सैनिक मंच या सेना के पवेलियन में एक विशेष समारोह आयोजित करने की परंपरा बन गई है। सरकार ने सभी से 18, 19 और 20 फरवरी को तीन दिवसीय विशेष उत्सव की अपील की है।


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