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बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

Gulabi
6 Dec 2021 1:08 PM GMT
बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
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बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) अगले हफ्ते बांग्लादेश (Bangladesh) के दौरे पर जाने वाले हैं. विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने सोमवार को एक प्रेस रिलीज में कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह (Bangladesh 50th Victory Day) में हिस्सा लेने के लिए अपने बांग्लादेशी समकक्ष अब्दुल हामिद (Abdul Hamid) के निमंत्रण पर 15 से 17 दिसंबर तक ढाका (Dhaka) का दौरा करेंगे.
प्रेस रिलीज में कहा गया कि दौरे के दौरान राष्ट्रपति कोविंद बांग्लादेश के राष्ट्रपति (Bangladesh President) हामिद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक करेंगे. इसी बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Shiekh Hasina) और विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन (Dr A K Abdul Momen) राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं. इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने इस वर्ष 26 से 27 मार्च तक बांग्लादेश की राजकीय यात्रा की थी.
बांग्लादेश नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी का प्रमुख स्तंभ
प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती, राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान (Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman) की जन्म शताब्दी और भारत एवं बांग्लादेश (India-Bangladesh) के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 वर्षों के समारोह में भाग लिया था. रिलीज में कहा गया, बांग्लादेश भारत (India-Bangladesh Relations) की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी (Neighbourhood First Policy) का एक प्रमुख स्तंभ है.
इन मुद्दों पर सहयोग करते हैं दोनों देश
विदेश मंत्रालय की प्रेस रिलीज में कहा गया कि भारत और बांग्लादेश सुरक्षा, सीमा प्रबंधन और रक्षा, जल संसाधन, व्यापार, परिवहन और संपर्क, स्वास्थ्य, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच संबंध, ऊर्जा और शक्ति से लेकर विकास साझेदारी और उप-क्षेत्रों तक विविध क्षेत्रों में प्रगतिशील, व्यापक और पर्याप्त सहयोग साझा करते हैं. दोनों देशों ने कोविड महामारी (Coronavirus Pandemic) के दौरान चुनौतियों का सामाधान करने में निकट सहयोग किया है.
इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति की आगामी यात्रा उच्च प्राथमिकता को दिखाती है, जिसे दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों से जोड़ते हैं. यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों, आपसी विश्वास और समझ के आधार पर बहुआयामी और अपरिवर्तनीय साझेदारी को और मजबूत करने के लिए दोनों देशों की साझा इच्छा की भी पुष्टि करता है.
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