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राष्ट्रपति पुतिन ने प्रतिबंधों पर दी चेतावनी, फर्टिलाइजर की कीमतों में आ सकता है तेज उछाल

Deepa Sahu
10 March 2022 5:33 PM GMT
राष्ट्रपति पुतिन ने प्रतिबंधों पर दी चेतावनी, फर्टिलाइजर की कीमतों में आ सकता है तेज उछाल
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को चेतावनी दी.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को चेतावनी दी, कि दुनिया भर में उर्वरकों (fertilisers) की कीमत और तेजी आ सकती है अगर पश्चिम देश रूस के खिलाफ प्रतिबंध बनाये रखते हैं, रूस दुनिया के सबसे बड़े खनिज उर्वरकों के आपूर्तिकर्ताओं में से एक है. एक संबोधन में पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश तेल और गैस की कीमतों (oil and gas price) में बढ़ोतरी के लिए रूस को दोष नहीं दें. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण (Russia Ukraine Crisis) पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूस पर गंभीर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं. अमेरिका ने रूस से तेल, लिक्विड नेचुरल गैस और कोयले के आयात पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. अपने फैसले के बाद अमेरिकी सरकार ने बयान दिया था कि इन प्रतिबंधों से रूस की सरकार उन आर्थिक संसाधनों से दूर हो जायेंगे जिसका इस्तेमाल वो यूक्रेन में कर रहे हैं. पुतिन ने यह भी कहा कि उनका मानना ​​है कि दुनिया में ऊर्जा की कीमतों में उछाल के लिए पश्चिम रूस को दोषी ठहराने की कोशिश कर रहा है


महंगा होगा फर्टिलाइजर
रूस की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक पुतिन ने भविष्यवाणी की कि यदि अन्य देश रूस के लिए मुश्किले पैदा करना जारी रखते हैं तो दुनिया में उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि होगी. पुतिन ने कहा कि रूस और बेलारूस विश्व बाजारों में खनिज उर्वरकों के सबसे बड़े आपूर्तिकर्ताओं में से एक हैं. अगर पश्चिमी देश फंडिंग, इंश्योरेंस, लॉजिस्टिक डिलीवरी में कोई समस्या पैदा करना जारी रखते हैं, तो कीमतें, जो पहले से ही अत्यधिक हैं, और भी बढ़ जाएंगी.
फर्टिलाइजर सप्लाई में रूस अहम
रूस सालाना 5 करोड़ टन उर्वरक का उत्पादन करता है जो दुनिया के कुल उत्पादन का लगभग 13 प्रतिशत है. रूस सिंथेटिक फर्टिलाइजर का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है, जो यूरिया के पांचवें हिस्से से अधिक की आपूर्ति करता है, यह उवर्रक यूके में उपयोग किया जाने वाला एक प्रमुख फर्टिलाइजर है, यूके के द गार्जियन अखबार ने मंगलवार को जानकारी दी कि इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है, और वहीं शिप रूसी बंदरगाहों तक नहीं जा रहे हैं जिससे आपूर्ति पर असर पड़ा है. दरअसल शिप ऑपरेटर्स का डर है कि इंश्योरेंस कंपनियां प्रतिबंधों की वजह से कार्गो को कवर नहीं देंगी ऐसे में नुकसान की भऱपाई उन्हें ही करनी पड़ेगी .

रूस का यूक्रेन में अभियान जारी
वहीं रूस के राष्ट्रपति ने संकेत दिये हैं कि वो यूक्रेन में अपना अभियान बीच में बंद नहीं करेंगे. फिलहाल दोनो पक्षों से युद्ध खत्म करने की अपील की जा रही है, हालांकि दो हफ्ते से संघर्ष जारी है. इसी वजह से कच्चे तेल से लेकर खाद्यान्न की कीमतों में उछाल देखने को मिला है. कच्चा तेल 14 साल के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. वहीं गेहूं की कीमतें 9 साल के उच्चतम स्तर तक पहुंच चुकी हैं.


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