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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि वह चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि चीन द्वारा पेश की जाने वाली चुनौतियों का अमेरिका सीधे तौर पर सामना करेगा। हालांकि देशहित में बीजिंग के साथ मिलकर काम करने से भी नहीं कतराएगा।
बाइडन ने विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, 'हम चीन द्वारा आर्थिक शोषण का मुकाबला करने के साथ ही मानवाधिकारों, बौद्धिक संपदा और वैश्विक शासन पर चीन के हमले को कम करने के लिए दंडात्मक कार्रवाई करेंगे।' चीन को लेकर बाइडन प्रशासन की नीति कैसी रहेगी, इसका संकेत देते हुए उन्होंने कहा, 'अमेरिका के हित की बात आती है तो हम बीजिंग के साथ मिलकर काम करने को भी तैयार हैं। हम अपने सहयोगियों तथा भागीदारों के साथ काम करके, अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में अपनी भूमिका को नया रूप देकर, हमारी विश्वसनीयता एवं नैतिक अधिकार को दोबारा प्राप्त करते हुए देश के अंदर स्थिति बेहतर बनाने के लिए काम करेंगे।'
बाइडन ने कहा, 'हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका की भागीदारी बहाल करने और साझा चुनौतियों पर वैश्विक कार्रवाई करने की खातिर नेतृत्व की स्थिति में आने के लिए काम शुरू कर दिया है।' इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने पत्रकारों से कहा था कि उनकी प्राथमिकता 'गोल्डमैन सैक्स (निवेश बैंक)' के लिए चीन में पहुंच प्राप्त करना नहीं है। हमारी प्राथमिकता चीन के आíथक शोषण से निपटना है, जिससे अमेरिकी नौकरियां और अमेरिकी कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं।'
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