श्रीलंका में जारी गंभीर आर्थिक संकट के बीच वहां से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapakse) देश छोड़कर भाग गए हैं. उन्होंने किस देश में शरण ली है, ये तो अभी क्लियर नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि वे अपने विमान के साथ मालदीव (Maldives) उतरे हैं. हालांकि इस तथ्य की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है. सूत्रों के मुताबिक गोटबाया राजपक्षे राष्ट्रपति पद से इस्तीफे के कागज पर हस्ताक्षर कर चुके हैं और इसका ऐलान आज किया जाएगा.
पत्नी के साथ मालदीव पहुंचने की चर्चा
मीडिया में छनकर आ रही रिपोर्ट के मुताबिक गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapakse) अपनी पत्नी, बॉडीगार्ड और पायलट के साथ मालदीव पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि श्रीलंका (Sri Lanka) से भागने के लिए उन्हें वायुसेना के विमान AN-32 का इस्तेमाल किया. इससे पहले वे श्रीलंका में ही छिपकर रह रहे थे. गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे के बाद अब देश में राष्ट्रपति की कमान संसद के स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्दना के हाथों में आ जाएगी.
जाने से पहले राष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा?
श्रीलंका (Sri Lanka) के संविधान के मुताबिक देश में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पद पर किसी के न रहने पर सरकार की कमान संसद के स्पीकर के पास आ जाती है. वे एक महीने तक इस पद पर रह सकते हैं. इसी दौरान उन्हें देश में राष्ट्रपति का चुनाव करवाकर उन्हें सरकार की जिम्मेदारी सौंपनी होती है. लिहाजा अब इस कठिन हालात में स्पीकर अभयवर्दना को राष्ट्रपति पद पर आसीन होकर देश को आर्थिक संकट से निकालने और राष्ट्रपति चुनाव करवाने का जिम्मा उठाना होगा.
अपने ही देश में छिपकर रह रहे थे गोटबाया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश से भागने से पहले गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapakse) श्रीलंका में ही किसी गुप्त स्थान पर छिपकर रह रहे थे. कुछेक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वे एयर मार्शल सुदर्शन पथिराना के एक निजी मकान में छिपे हुए थे. हालांकि श्रीलंका की वायुसेना इस तरह की खबरों को निराधार बताकर खारिज कर दिया है. श्रीलंका वायुसेना के प्रवक्ता दुशान विजेसिंघे ने कहा कि इस तरह की खबरों में कोई सच्चाई नहीं है. ये दावे श्रीलंकाई वायुसेना की छवि खराब करने की कोशिश भर हैं.
अब भी राष्ट्रपति आवास घेरे हुए हैं हजारों लोग
उधर राष्ट्रपति गोटबाया (Gotabaya Rajapakse) के भागने के बावजूद हजारों लोग अब भी श्रीलंका(Sri Lanka) का राष्ट्रपति आवास, संसद और प्रधानमंत्री निवास को घेरे हुए हैं. वे अपने देश के नेताओं से बहुत ज्यादा गुस्से में हैं और आर्थिक संकट से बाहर निकालने का समाधान चाहते हैं. उनकी ज्यादा नाराजगी राजपक्षे परिवार के प्रति है. इस परिवार के लोग ही श्रीलंका में अभी तक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, खेल मंत्री और विदेश मंत्री के पदों पर तैनात थे. इसलिए जनता को लगता है कि उन्हें संकट में डालने में इन्हीं लोगों की जिम्मेदारी भी ज्यादा थी.