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नई दिल्ली | अफ्रीकी देश नाइजर में सेना ने तख्तापलट कर दिया है और राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को उनके ही घर में नजरबंद कर हिरासत में ले लिया है। भारी संख्या में सैनिकों ने राष्ट्रपति के आवास को घेर लिया और उनकी सरकार को हटा सत्ता पर कब्जा कर लिया है। नाइजर सेना ने इसका ऐलान नेशनल टेलीविजन पर किया है। टीवी पर किए गए ऐलान के मुताबिक, सैनिकों ने बुधवार देर रात राष्ट्रपति मोहम्मद बज़ौम को सत्ता से हटा दिया और राष्ट्रपति को उनके ही गार्ड के सदस्यों ने आधिकारिक आवास पर हिरासत में ले लिया है।
राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान में, कर्नल-मेजर अमादौ अब्द्रमाने ने कहा, "रक्षा और सुरक्षा बलों ने उस शासन को समाप्त करने का फैसला किया है जिससे आप परिचित हैं।" अब्द्रमाने ने कहा, "यह सुरक्षा स्थिति की लगातार गिरावट, खराब सामाजिक और आर्थिक प्रबंधन का परिणाम है।" तख्तापलट करने वाले सैनिक ने कहा है कि देश की सीमाएँ बंद कर दी गई हैं। कोई भी न तो देश से बाहर जा सकता है और न ही कोई देश के अंदर आ सकता है। सैनिकों ने देशव्यापी कर्फ्यू लगा दिया है। उन्होंने कहा कि देश के सभी संस्थानों को भी फिलहाल बंद कर दिया गया है और सभी सरकारी अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
राष्ट्रीय टेलीविजन पर जब अब्द्रमाने अपना बयान पढ़ रहे थे तो वो बैठे हुए थे और उनके बगल में नौ अन्य अधिकारी खड़े थे जो सेना की वर्दी पहने हुए थे। यह समूह, जो खुद को देश की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय परिषद कहता है, ने किसी भी विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी दी है। सेना का यह बयान उस अनिश्चितता के एक दिन के बाद आया है, जब नाइजर के राष्ट्रपति ने बताया था कि गार्ड इकाई के सदस्य "रिपब्लिकन विरोधी प्रदर्शन" में शामिल हो गए हैं । समाचार एजेंसियों ने बताया था कि बज़ौम को विद्रोही ताकतों ने महल में ही हिरासत में ले लिया है।
बहरहाल, यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अब्द्रमाने की घोषणा के समय राष्ट्रपति बजौम कहाँ थे या उन्होंने इस्तीफा दे दिया है या नहीं। इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका ने नाइजर सेना से राष्ट्रपति बजौम को तत्काल रिहा करने को कहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने तख्तापलट की जानकारी मिलते ही न्यूजीलैंड में संवाददाताओं कहा, "मैंने आज सुबह राष्ट्रपति बज़ौम से बात की और स्पष्ट किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका नाइजर के लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति के रूप में उनका दृढ़ता से समर्थन करता है।" उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति की तुरंत रिहाई की मांग की है।
बता दें कि 2020 के बाद से पश्चिम और मध्य अफ्रीका क्षेत्र में यह सातवां सैन्य तख्तापलट है। इन कोशिशों से पश्चिमी देशों को अल-कायदा और आईएसआईएस (आईएसआईएल) से जुड़े सशस्त्र समूहों के खिलाफ लड़ाई में झटका मिल सकता है। नाइजर की सीमा सात देशों से मिलती है। इसमें माली, अल्जीरिया, लीबिया, चाड, नाईजीरिया, बेनिन और बुर्किना फासो शामिल हैं। यहां 99.3 फीसदी आबादी मुस्लिम है।
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