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कर्मचारियों को अपने घर वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ेगा.
दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. बांग्लादेश भी कोविड-19 की तेज रफ्तार से घबराया हुआ है. इसलिए पहले लॉकडाउन के बाद अब बांग्लादेश ने 14 अप्रैल से राष्ट्रीय अवकाश रखने की तैयारी में है. देश में पिछले 24 घंटे में 5,819 नए मामले सामने आ चुके हैं. यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया भी संक्रमित हो चुकी हैं. बीते 24 घंटे में 78 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, 14 अप्रैल से देशभर में राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की तैयारी चल रही है ताकि कोरोना के बढ़ते मामलों को रोका जा सके. इसके अलावा मौजूदा लॉकडाउन को और सख्त करने पर विचार चल रहा है.' छुट्टी के दौरान किस तरह के प्रतिबंध रहेंगे, इस पर विचार चल रहा है. बांग्लादेश में कोरोना के कुल मामले 6,84,756 तक पहुंच चुके हैं.
पूर्व पीएम भी संक्रमित
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया भी संक्रमित हो चुकी हैं. महामारी के बीच पिछले साल उन्हें जेल से रिहा किया गया था. 75 वर्षीय बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की प्रमुख का सैंपल शनिवार को लैब में भेजा गया था, जहां से रिपोर्ट पॉजिटिव आई. पार्टी के महासचिव मिर्जा फकरुल इस्लाम आलमगीर ने बताया कि घर में ही उनका इलाज चल रहा है और उनकी हालत सामान्य बनी हुई है.
सबसे पहले लगाया था लॉकडाउन
कोरोना की तेज रफ्तार को देखते हुए बांग्लादेश पहला ऐसा दक्षिण एशियाई देश था, जिसने फिर से लॉकडाउन लगाया था. 5 अप्रैल से एक हफ्ते के लिए देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया था. इस दौरान सभी ऑफिस और अदालतें बंद रही थीं. हालांकि इंडस्ट्रीज और मिल्स को रोटेशन पॉलिसी के तहत काम करने की अनुमति थी. सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक किसी भी सामाजिक, राजनीतिक या धार्मिक आयोजन में लोगों के जुटने पर पाबंदी है. बस चालकों को भी निर्देश दिए गए थे कि वे सिर्फ आधी सीटों पर ही सवारियों को बैठाएं और सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन करे. इंडस्ट्रीज को छूट देने के सवाल पर सरकार की ओर से कहा गया था कि अगर मिल्स बंद करते हैं तो कर्मचारियों को अपने घर वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ेगा.
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