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क्वाड बैठक की तैयारियां जोरों पर, भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के खिलाफ बनेगी रणनीति

Neha Dani
8 March 2021 10:39 AM GMT
क्वाड बैठक की तैयारियां जोरों पर, भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के खिलाफ बनेगी रणनीति
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QUAD की पिछले दिनों सक्रियता से चीन की बौखलाहट पहले ही दिख चुकी है. चीन के विदेश मंत्री वांग यी इसे चीन के खिलाफ एशियन नाटो जैसी धुरी करार दे चुके हैं।

इंटरनेशनल डेस्कः चीन की आक्रामकता के खिलाफ QUAD देशों ने कमर कस ली है। पहली बार शिखर स्तर पर भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के गठबंधन के तौर पर पहचान बना चुके बना चुके QUAD ग्रुप की सबसे बड़ी मीटिंग होने वाली है जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इस बैठक में QUAD देशों के प्रमुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापानी प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन हिस्सा लेंगे। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने QUAD सम्मेलन की पुष्टि भी की है।

फरवरी में QUAD सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से यह संकेत मिल गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन भी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ही तरह QUAD की नाव पर इंडो-पेसिफिक को पार करना चाह रहे हैं। चार देशों के प्रमुखों के इस सम्मेलन के बाद एक्सपर्ट्स का मानना है कि QUAD का प्रभाव जिओ पॉलिटिक्स में स्पष्ट तौर पर दिखाई देगा। QUAD के इस सम्मेलन के लिए चारों देशों की सरकारें तैयारियों में जुटी हुई हैं। ये सम्मेलन कब, कहां और किस तरह होगा, इसे लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने पहली बार हो रहे इस तरह के सम्मेलन को इंडो-पैसिफिक क्षेत्र (हिंद प्रशांत क्षेत्र) में शांति और स्थिरता के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री चाहते हैं कि चारों नेता आमने -सामने बैठकर इस पर चर्चा करें जबकि अमेरिकी प्रशासन इसी महीने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सम्मेलन के पक्ष में है। जानकारों के मुताबिक, अगर चारों नेताओं के बीच आपस में मिलकर सम्मेलन करने पर सहमति बनती है तो फिर निकट भविष्य में जून महीने में ब्रिटेन में होने वाले G7 प्लस (ग्रुप ऑफ सेवन) एक अवसर हो सकता है, जब सभी नेता वहां मौजूद होंगे। वहीं, QUAD की पिछले दिनों सक्रियता से चीन की बौखलाहट पहले ही दिख चुकी है. चीन के विदेश मंत्री वांग यी इसे चीन के खिलाफ एशियन नाटो जैसी धुरी करार दे चुके हैं।


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