विश्व

सावधान! सऊदी में लाल दिल वाली इमोजी भेजी तो खैर नहीं, दो से पांच साल की कैद या 20 लाख जुर्माना या दोनों

Neha Dani
17 Feb 2022 2:27 AM GMT
सावधान! सऊदी में लाल दिल वाली इमोजी भेजी तो खैर नहीं, दो से पांच साल की कैद या 20 लाख जुर्माना या दोनों
x
कार्य या इशारे से समझा जा सकता है. इसमें लाल दिल वाले इमोजी को यौन अपराधों से जोड़ा गया है.

भावनाओं का इजहार शब्दों के बजाए इमोजी (Emoji) के रूप में करने का चलन अब पुराना हो चुका है लेकिन इससे जुड़े कानून सख्त होते जा रहे हैं. तीज त्योहार से लेकर रोजमर्रा के कामकाज तक WhatsApp में इमोजी भेजने का चलन आम है. इमोजी का जादू तो शुरुआत से ही युवाओं के सिर चढ़कर बोलता है. अभी वेलेंटाइन्स डे पर करोड़ों लोगों ने अपने पार्टनर या दोस्तों को लाल दिन वाला इमोजी (Red Heart Emoji) भेजा होगा. फेसबुक (Facebook) पर किसी पोस्ट के जवाब में रेड हार्ट को प्रेस करना यानी उसे बहुत पसंद करना माना जाता है. लेकिन पश्चिमी देशों से इतर अगर आप सऊदी अरब (Saudi Arabia) में हैं तो वहां किसी को इस रेड हार्ट इमोजी भेजने से परहेज ही कीजिएगा वरना आप मुश्किल में फंस जाएंगे.

रेड हार्ट इमोजी पर दो साल कैद या 20 लाख का जुर्माना
दरअसल इस देश में साइबर कानून बड़े सख्त हैं. यहां अपने परिजनों या पार्टनर तक को लाल दिल वाली इमोजी (Red Heart Emoji) भेजने पर जेल हो सकती है. वहीं इसी अपराध के आरोप में आपके ऊपर 20 लाख रुपये का जुर्माना भी लग सकता है. वहीं विशेष परिस्थितियों में दो साल की कैद और बीस लाख का जुर्माना दोनों हो सकते हैं. हालांकि ऐसा तभी होगा, जब इस मैसेज को पाने वाला पुलिस से आपकी शिकायत कर दे.
सऊदी के साइबर एक्सपर्ट (Saudi Arabia Cyber Crime) का कहना है कि सऊदी लॉ के मुताबिक, अगर रेड हार्ट इमोजी भेजने वाले को दोषी पाया जाता है, तो उसे दो से पांच साल की जेल हो सकती है. इसके अलावा भेजने वाले पर एक लाख सऊदी रियाल का जुर्माना भी लग सकता है.
रेड हार्ट इमोजी भेजना यौन उत्पीड़न जैसा अपराध
सऊदी में लाल दिल का इमोजी भेजने को उत्पीड़न करने वाले कानून के दायरे में रखा गया है. न्यूज़ वेबसाइट गल्फ न्यूज़ डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक सऊदी अरब में एंटी-फ्रॉड एसोसिएशन के सदस्य अल मोआताज कुतबी का कहना है कि व्हाट्सएप पर लाल दिल वाला इमोजी भेजना एक उत्पीड़न अपराध है. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन चैटिंग के दौरान अगर किसी तस्वीर या इमोजी को लेकर पाने वाले ने केस दायर कर दिया तो यह उत्पीड़न अपराध की श्रेणी में आ जाएगा. सऊदी अरब में ऐसे अपराधों को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति है
सऊदी में सख्त हैं सोशल मीडिया इस्तेमाल करने के कानून
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के यूजर्स को किसी दो लोगों की बातचीत में जबरन दखल देने, या भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले इमेज या इमोजी शेयर करने के खिलाफ सख्त चेतावनी भी दी है. इस अधिकारी के मुताबिर सोशल मीडिया यूजर्स को सामने वाले की भावनाओं को जाने बिना उसे लाल दिल वाली इमोजी भेजने से बचना चाहिए. सऊदी अरब के एंटी हरासमेंट सिस्टम के अनुसार, हरासमेंट को बयान, कार्य या इशारे से समझा जा सकता है. इसमें लाल दिल वाले इमोजी को यौन अपराधों से जोड़ा गया है.

Next Story