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ढाका। शक्तिशाली तूफान मोखा ने म्यांमार के तट पर दस्तक दे दी है और इसकी चपेट में आने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं तथा कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है। इस शक्तिशाली तूफान से बचने के लिए रविवार को हजारों लोग मठों, पैगोडा और स्कूलों में शरण लेने पहुंचे। म्यांमार के मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात मोखा के कारण रविवार दोपहर म्यांमार के रखाइन राज्य में सितवे कस्बे के पास 209 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। तूफान पहले बांग्लादेश के सेंट मार्टनि द्वीप से गुजरा, जिससे काफी क्षति हुई और कई लोग हताहत हुए।
इससे पहले दिन में तेज हवाओं के कारण कई मोबाइल टावर टूट गए, जिससे अधिकांश क्षेत्र में संचार संपर्क टूट गया। रखाइन में मीडिया ने बताया कि चक्रवात के प्रभाव से हुई बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया, निचले इलाकों में लोग अपने घरों में फंसे हुए थे और कस्बे के बाहर पीड़ितों के चिंतित रिश्तेदार बचाव के लिए अपील कर रहे थे। म्यांमार के सैन्य सूचना कार्यालय ने कहा कि तूफान ने सितवे, क्यौकप्यू और ग्वा कस्बों में घरों, बिजली के ट्रांसफार्मर, सेल फोन टावरों, नावों और लैम्पपोस्ट को नुकसान पहुंचाया है। इसने कहा कि तूफान के कारण देश के सबसे बड़े शहर यांगून से लगभग 425 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में कोको द्वीप पर खेल भवनों की छतें भी गिर गई हैं। सितवे में आश्रय स्थलों में सहायता कार्य कर रहे टिन नयेन ओ ने कहा कि 3,00,000 लोगों की आबादी वाले सितवे में 4,000 से अधिक लोगों को दूसरे शहरों में ले जाया गया है और 20,000 से अधिक लोगों ने मठों, पैगोडा और शहर के ऊंचाई वाले इलाकों में स्थित स्कूलों जैसी मजबूत इमारतों में आश्रय लिया है। एक स्थानीय चैरिटेबल फाउंडेशन के अध्यक्ष लिन लिन ने कहा कि अपेक्षा से अधिक लोगों के आने के बाद सितवे में आश्रय स्थलों में पर्याप्त भोजन नहीं है।
म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के प्रतिनिधि टिटन मित्र ने ट्वीट किया, ‘‘मोखा ने दस्तक दे दी है। 20 लाख लोग खतरे में हैं। नुकसान और क्षति व्यापक होने की आशंका है। हम इससे निपटने के लिए तैयार हैं और सभी प्रभावित समुदायों तक निर्बाध सहायता पहुंचाने की आवश्यकता होगी।’’ म्यांमार में रविवार को तेज हवाओं और बारिश के कारण कई लोगों के मारे जाने की सूचना मिली।
चक्रवात मोखा के मार्ग में आए बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में अधिकारियों ने पहले कहा था कि उन्होंने हजारों लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया। ढाका में बांग्लादेश मौसम विज्ञन विभाग के निदेशक अजीजुर रहमान ने कहा, कि हालांकि दोपहर तक ऐसा प्रतीत हुआ कि तूफान पूर्व की ओर बढ़ गया और देश का अधिकतर हिस्सा इससे अछूता रहा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, कि ‘बांग्लादेश में जोखिम का स्तर काफी हद तक कम हो गया है।’
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