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दरिंदगी: बूचा नरसंहार के खिलाफ दुनियाभर में गुस्सा, अब तक 400 से ज्यादा शव मिले
jantaserishta.com
7 April 2022 4:36 AM GMT
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बूचा: रूस से युद्ध के बीच बूचा से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, उन्हें देखकर हर कोई सिहर उठा. ये तस्वीरें यूक्रेन-रूस युद्ध के काले अध्याय में दर्ज होंगी. कब्रगाह बन चुके बूचा शहर में शायद ही कोई ऐसा है, जिसने रूसी हमलों में अपने को न खोया हो. कुछ को पता है कि उनके पास अब खोने को कुछ नहीं बचा. वहीं, कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें अभी भी उम्मीद है कि उनके अपने लौट कर आएंगे. इसलिए वे अपनों को खोज रहे हैं, इमरातों के मलबे में, लाशों के ढेरों में, बारूद की राख में.
समाचार एजेंसी एएफपी ने अपनी रिपोर्ट में बूचा में नरसंहार का दर्द झेल रहे पीड़ितों की दास्तां बताई है. बूचा की रहने वाली तेतियाना उस्तिमेंको को उनकी कहानी का अंत पता है. उन्होंने अपने बेटे और उसके दो दोस्तों की मौत के बाद उन्हें अपने घर के गार्डन में दफना दिया है.
वहीं, ओले अपने घर के दो सदस्यों को खोज रहे हैं. वे सड़क पर पड़े शवों के ढेर में अपनो की तलाश कर रहे हैं. कुछ शवों के सिर्फ चिथड़े ही बचे हैं. अलेक्जेंडर कोवटुन को उम्मीद है कि उनका बेटा लापता है. हालांकि, उन्हें डर सता रहा है कि उसे कहीं रूसी सैनिकों ने अपने कब्जे में तो नहीं ले लिया. बूचा पर रूस ने कब्जा कर लिया था. लेकिन अब यह फिर से यूक्रेन के कब्जे में आ गया. लेकिन इसके बाद नरसंहार की जो तस्वीरें सामने आईं, उन्होंने सभी को झकझोर कर रख दिया.
बूचा की सैटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं. इनमें तबाही का मंजर साफ देखा जा सकता है. सड़कों पर सिर्फ मलबा नजर आ रहा है. इमारतें, स्कूल, अस्पताल तबाह हो चुके हैं. यहां कुछ ऐसे शव मिले हैं, जिनके हाथ बंधे हैं. यूक्रेन का आरोप है कि महिलाओं से रेप किया गया. नागरिकों के हाथ बांधकर उनके सिर में पास से गोली मारी गई. ये तस्वीरें युद्ध के दौरान रूसी सेना की बर्बरता की गवाही दे रही हैं.
बूचा शहर में अब तक 400 से ज्यादा शव मिले हैं. यूक्रेन का दावा है कि रूस ने बूचा शहर में नरसंहार किया. यहां महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्सा गया. यूक्रेन के बूचा को लेकर पुतिन पर वॉर क्राइम जैसे आरोप लगाए हैं. बूचा को लेकर रूस और व्लादिमीर पुतिन एक बार फिर दुनिया के निशाने पर आ गए हैं. भारत ने भी UNSC की बैठक में बूचा हत्याकांड की जांच की मांग की है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि खून बहाकर और मासूमों को मारकर किसी भी समस्या का हल नहीं निकाला जा सकता. रूस और यूक्रेन को बातचीत के जरिए इसे हल करना चाहिए.
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