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यूक्रेन में शांति के लिए पोप ने की विशेष प्रार्थना, वेटिकन में यूक्रेन के राजदूत भी हुए शामिल

Neha Dani
1 Jun 2022 8:25 AM GMT
यूक्रेन में शांति के लिए पोप ने की विशेष प्रार्थना, वेटिकन में यूक्रेन के राजदूत भी हुए शामिल
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ऑर्थोडॉक्स चर्च के साथ संवाद, जो 1054 में कैथोलिक चर्च से अलग हो गया, फ्रांसिस के परमधर्मपीठ की एक घोषित प्राथमिकता है।

पोप फ्रांसिस ने यूक्रेन और अन्य युद्धरत देशों में शांति के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रेयर सर्विस में हिस्सा लिया। वह प्रार्थना सभा में व्हीलचेयर पर शांति के रोमन देवी की मूर्ति के सामने मुंह करके बैठे रहे। 85 वर्षीय पोप रोम बिसालिका के सांटा मारिया मैगियोरी में गए और शांति की देवी मैरी क्वीन की प्रतिमा के सामने बैठे रहे। इससे पूर्व बेनेडिक्ट ने वर्ष 1918 में प्रथम विश्व युद्ध समाप्त करने के लिए प्रार्थना की थी।

इस ईसाई धर्मस्थल पर मौजूद सभी लोगों ने यूक्रेन, इराक, सीरिया और अन्य देशों में शांति की स्थापना के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर यह सभी देश वीडियो के जरिये प्रार्थना स्थल से कनेक्टेड थे। दुनिया भर के कैथोलिक ईसाइयों को ठीक उसी समय प्रार्थना करने को कहा गया था। रोम की इस सर्विस में करीब एक हजार लोग शामिल हुए। इसमें वेटिकन में यूक्रेन के राजदूत भी शामिल हुए। बहुत से लोगों ने इस दौरान यूक्रेनी झंडे के नीले और पीले रंग के कपड़े पहने हुए थे। पोप चर्च से बाहर जाने से पहले एक छोटे लड़के का अभिवादन स्वीकार करने के लिए रुके जिसने गले में यूक्रेन का झंडा पहना हुआ था।
इससे पहले पोप फ्रांसिस ने कहा था कि उन्होंने यूक्रेन युद्ध को लेकर मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक करने का अनुरोध किया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। पोप ने इटली के कोरिएरे डेला सेरा अखबार को बताया कि उन्होंने पुतिन को एक संदेश भेजा था जिसमें कहा गया था कि मैं मॉस्को जाने के लिए तैयार हूं। उन्होंने कहा कि हमें अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है और हम अभी भी जोर दे रहे हैं, हालांकि मुझे डर है कि पुतिन इस समय यह बैठक नहीं कर सकते हैं और न ही ऐसा चाहते हैं।
पोप ने बार-बार यूक्रेन में शांति का आह्वान किया है और एक "क्रूर और संवेदनहीन युद्ध" की निंदा की है, लेकिन कभी भी पुतिन या मॉस्को का नाम नहीं लिया। रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख ने यह भी कहा कि वह जल्द ही यूक्रेन की यात्रा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था कि मैं अभी के लिए कीव नहीं जा रहा हूं। मुझे लगता है कि मुझे नहीं जाना चाहिए। मुझे पहले मास्को जाना है, मुझे पहले पुतिन से मिलना है।
पोप फ्रांसिस ने यह भी कहा कि रूसी ऑर्थोडॉक्स पैट्रिआर्क किरिल, रूसी राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी, पुतिन के ऑल्टर बॉय नहीं बन सकते। बता दें ऑर्थोडॉक्स चर्च के साथ संवाद, जो 1054 में कैथोलिक चर्च से अलग हो गया, फ्रांसिस के परमधर्मपीठ की एक घोषित प्राथमिकता है।

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