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पोस्टर में पोप फ्रांसिस और अली अल-सिस्तानी की तस्वीरें हैं.
पोप फ्रांसिस (Pope Francis) 5 मार्च 2021 को इराक की यात्रा (Iraq Visit) कर रहे हैं. पोप की इराक (Iraq) की पहली यात्रा का लक्ष्य देश और मध्यपूर्व में रहने वाले ईसाई (Christian) अल्पसंख्यकों को नैतिक समर्थन मुहैया कराना है. साथ ही मुस्लिम दुनिया के साथ वेटिकन के रिश्तों को नया आयाम देना है.
2014 में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ईसाई, यजीदी और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यक समूहों के साथ नृशंसता बरती है. IS के आतंकियों ने सैकड़ों लोगों की हत्या की और महिलाओं और लड़कियों को अपना गुलाम बनाया. आतंकियों ने इराक में मौजूद ढेरों चर्चों और धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के पूजा स्थलों को नुकसान पहुंचाया है और उन्हें क्षतिग्रस्त किया है.
अभी तक इराक में रहने वाले अल्पसंख्यक धार्मिक समुदाय को इन अत्याचारों का परिणाम भुगतना पड़ता है. IS के जुल्मों से बचने वाले परिवार और पीड़ित आज भी न्याय मिलने का इंतजार कर रहे हैं. साथ ही उन्हें कुछ प्रभावी कदम भी दिखने चाहिए, जिनसे ये लगे कि इराक और इस क्षेत्र में रहने से उनके भविष्य को नुकसान नहीं पहुंचेगा.
पोप फ्रांसिस की होने वाली यात्रा को लेकर कुछ गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) ने उन्हें पत्र लिखा है कि उसमें कुछ मुद्दों को जिक्र किया है. इन NGOs को उम्मीद है कि पोप फ्रांसिस इराक में प्रमुख लोगों से मुलाकात करने के दौरान इन मुद्दों को उठाएंगे. बता दें कि पोप फ्रांसिस इराक के अपने दौरे पर देश के शीर्ष शिया नेता अली अल-सिस्तानी (Ali al-Sistani) से मुलाकात करने वाले हैं.
84 वर्षीय पोप फ्रांसिस शीर्ष शिया नेता से उनके गृह नगर नजफ (Najaf) में मुलाकात करने वाले हैं. ये इराक के पवित्र शहरों में से एक है, जहां चौथे इस्लामिक खलीफा हजरत इमाम अली को दफनाया गया था. वहीं, 90 वर्षीय अली अल-सिस्तानी को लोगों के बीच कम ही देखा जाता है और उनसे बहुत कम लोग ही मुलाकत कर पाते हैं. लेकिन पोप फ्रांसिस उन कुछ चुनिंदा लोगों में से एक होने वाले हैं, जिनसे अल-सिस्तानी मुलाकात करने वाले हैं.
पोप फ्रांसिस की इराक यात्रा को लेकर यहां रहने वाले ईसाई समुदाय के बीच खासा उत्साह है. उन्होंने देश के कुछ प्रमुख चर्चों को फिर से सजा दिया है. वहीं, लोगों ने उनके आने की तैयारी में शहरों में उनके पोस्टर लगाने शुरू कर दिए हैं. पोस्टर में पोप फ्रांसिस और अली अल-सिस्तानी की तस्वीरें हैं.
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