विश्व

पाकिस्‍तान में आर्थिक बदहाली पर एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे राजनीतिक दल, देश में 80 फीसद बढ़ गया कर्ज

Renuka Sahu
14 Jun 2022 1:30 AM GMT
Political parties blaming each other for economic plight in Pakistan, debt increased by 80 percent in the country
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फाइल फोटो 

पाकिस्तान में आर्थिक तंगी को लेकर राजनीतिक दल एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने में जुट गए हैं।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान में आर्थिक तंगी को लेकर राजनीतिक दल एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने में जुट गए हैं। रविवार को सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और सत्ता से बाहर हुई पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआइ) ने देश को आर्थिक संकट में डालने के लिए एक दूसरे पर निशाना साधा। डान की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल असेंबली में औपचारिक रूप से बजट पेश होने के बाद सत्तारूढ़ और मुख्य विपक्षी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है।

मरयम औरंगजेब ने शेयर किया वीडियो
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मरयम औरंगजेब ने ट्विटर पर पूर्व वित्त मंत्री शौकत तारिन का एक न्यूज पैकेज वीडियो शेयर किया। यह क्लिप तारिन द्वारा एक दिन पहले किया गया प्रेस कांफ्रेंस था।
देश पर कर्ज 80 प्रतिशत बढ़ गया
प्रेस काफ्रेंस में तारिन ने कहा था कि शहबाज सरकार कह रही है कि पीटीआइ के शासन काल में देश पर कर्ज 80 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि यह चार साल में 78 प्रतिशत ही बढ़ा था। मरयम ने कहा कि आखिर शौकत ने स्वीकार कर लिया कि इमरान सरकार ने 20 हजार अरब रुपये कर्ज अपने शासन काल में लिए। इस बीच, तारिन ने कहा कि पीटीआइ शासन काल के अंतिम दो वर्षो का आर्थिक प्रदर्शन पिछले 30 सालों में सर्वश्रेष्ठ था।
इमरान की बयानबाजी ने पश्चिम से खराब किए संबंध
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का अमेरिका विरोधी बयान और उन्हें सत्ता से हटाने के लिए अमेरिकी षड्यंत्र को जिम्मेदार मानना, पश्चिमी देशों से पाकिस्तान का संबंध खराब होने का कारण है। पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, देश अब पश्चिमी देशों के प्रभुत्व वाले आइएमएफ व विश्व बैंक पर निर्भर है।
पीपीपी ने सरकार पर टीटीपी से वार्ता को बनाया दबाव
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी)ने आतंकी समूह तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) से वार्ता करने के लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और सर्वदलीय बैठक बुलाने का दबाव बनाया है। एरी न्यूज के अनुसार, इसके साथ ही पीपीपी ने आगामी वार्ता को लेकर गंभीरता दिखाते हुए उसकी प्रगति की गोपनीयता की भी बात कही।
बजट अनुदान में कटौती पर पीओके ने जताया विरोध
पाकिस्तान में संघीय सरकार द्वारा गुलाम कश्मीर (पीओके) के बजट अनुदान में भारी कटौती करने पर विरोध जताया है। क्षेत्र के कैबिनेट सदस्यों व संसदीय सचिवों ने 2022-23 के बजट के दौरान उपस्थित न रहने का निर्णय लिया है। बैठक की अध्यक्षता गुलाम कश्मीर के प्रधानमंत्री सरदार तनवीर इलयास ने की। इलयास ने कहा कि संघीय सरकार ने पीओक और गिलगिट-बाल्टिस्तान के बजट में कटौती कर सही नहीं किया। मालूम हो कि ये दोनों क्षेत्र पीटीआइ द्वारा शासित हैं।
बलोच छात्र के लापता होने पर प्रदर्शन
पाकिस्तान में बलोच छात्र के लापता होने के खिलाफ रविवार को कराची में सिंध विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। डान की रिपोर्ट के अनुसार तीन दिनों से प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को कराची प्रेस क्लब से विधानसभा तक रैली निकाली। प्रदर्शनकारी कराची विश्वविद्यालय से लापता छात्र के अपहरण को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
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