जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- अगरतला: पिछले हफ्ते से अगरतला के एक होटल में रुके चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की इंडियन पॉलिटिकल ऐक्शन कमेटी (आई-पैक) की एक टीम ने स्थानीय पुलिस ने पूछताछ की है. आई-पैक की यह टीम राज्य की राजनीतिक स्थिति और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लिए संभावित समर्थन आधार का आकलन कर रही है. टीएमसी की त्रिपुरा इकाई ने इसे 'लोकतंत्र पर हमला' करार दिया है और कहा कि पुलिस ने उन्हें उनके होटल में बंद कर दिया था.
हालांकि, पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक माणिक दास ने दावा किया कि नियमित जांच के तहत अगरतला शहर स्थित होटल में 22 सदस्यीय आई-पैक टीम के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है. माणिक दास ने से कहा, "लगभग 22 बाहरी लोग विभिन्न स्थानों पर घूम रहे थे. चूंकि कोविड प्रतिबंध लागू है, इसलिए हम उनके शहर में आने और ठहरने के कारणों की पुष्टि करने के लिए पूछताछ कर रहे हैं. उन सभी की सोमवार को कोविड की जांच की गई, रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है."
तृणमूल कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष आशीष लाल सिंह ने हालांकि इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया. उन्होंने सिंह ने कहा, "यह लोकतंत्र पर हमला है. त्रिपुरा का निवासी होने के कारण मैं स्तब्ध हूं. यह त्रिपुरा की संस्कृति नहीं है. त्रिपुरा में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार के कुशासन के कारण टीएमसी को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया और समर्थन से बीजेपी घबरा गई है."
आई-पैक की टीम रविवार रात से एक होटल में नजरबंद है. हालांकि, पुलिस इसे नियमित जांच का हिस्सा बता रही है. उन्होंने कहा कि 23 सदस्यों वाली आई-पैक टीम एक सप्ताह पहले राज्य में पहुंची थी और 'ग्राउंड जीरो' पर सर्वेक्षण करने के लिए कई स्थानों का दौरा भी किया. उन्होंने न केवल तृणमूल कांग्रेस के साथ बल्कि अन्य दलों के साथ भी चर्चा की और टीम 2023 में अगले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक स्थिति और टीएमसी की संभावना का आकलन कर रही है.
हालांकि, जिला पुलिस प्रमुख ने आशीष लाल सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया है कि आई-पैक टीम को हिरासत में लिया गया है और कहा कि यह एक 'नियमित प्रक्रिया' है. संपर्क करने पर, पूर्वी अगरतला थाना के प्रभारी सरोज भट्टाचार्य ने कहा, "उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया. अब हम उनके दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं. वे सभी होटल में हैं."
इस बीच, सूत्रों के अनुसार, घटना की सूचना टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और पेशेवर राजनीतिक प्रचार रणनीतिकार आई-पैक प्रमुख प्रशांत किशोर को दी गई है. संपर्क करने पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष माणिक साहा ने कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है.