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पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप से बरी किए गए एक शख्स की पुलिसकर्मी ने हत्या कर दी है। आरोपी पुलिस कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। मोहम्मद वकास को ईशनिंदा के झूठे आरोप में पहले करीब 4 साल तक जेल में रहना पड़ा और पिछले साल रिहा होने के बाद से वह अंडरग्राउंड था। अब घर लौटते ही उसकी हत्या कर दी गई है। पुलिस प्रवक्ता अहमद नवाज ने बताया कि मध्य पाकिस्तान के सदीकाबाद जिले में शुक्रवार को वकास की हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि 21 वर्षीय आरोपी कांस्टेबल कुछ महीने पहले ही पुलिस में भर्ती हुआ था। वह वकास पर ईशनिंदा के लगे आरोपों की वजह से ही नाराज था।
वकास पर 2016 में ईशनिंदा का आरोप लगा था। वकास की ओर से सोशल मीडिया पर शेयर किए गए पोस्ट को लेकर आरोप लगा कि उसने पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया। उसे जेल में डाल दिया गया। पिछले साल लाहौर हाई कोर्ट ने उसे निर्दोष करार दिया। पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ''रिहा होने के बाद भी वह काफी समय तक भूमिगत रहा और कुछ सप्ताह पहले ही घर लौटा था।''
इस्लामिक देश पाकिस्तान में ईशनिंदा के दोषियों के लिए मौत की सजा का प्रावधान है। कोर्ट ने कुछ आरोपियों को दोषी भी करार दिया है। हालांकि, अभी तक किसी को मौत की सजा नहीं दी गई है। पाकिस्तान के ईशनिंदा कानून की लंबे समय से आलोचना होती रही है। ईशनिंदा का आरोप लगाकर कई लोगों की हत्या कर दी जाती है। जुलाई 2020 में पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक की जुलाई 2020 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।