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ऐसे में यूरोप के लिए इसे एलियन प्रजाति मानना गलत नहीं होगा.
बिल्ली क्या किसी दूसरे ग्रह से आई है? क्या वह एलियन है? आप लोग सोच रहे होंगे कि ये क्या बकवास है. लेकिन पौलेंड के एक सरकारी संस्थान ने तो कुछ ऐसा ही दावा किया है. पोलिश एकेडमी ऑफ साइंसेज पोलैंड की सरकार द्वारा संचालित है. संस्थान ने घरेलू बिल्लियों को 'आक्रामक एलियन प्रजाति' के रूप में वर्गीकृत किया है. उनके इस दावे के बाद लोगों में भारी रोष है. एजेंसी के जिस साइंटिस्ट ने ये दावा किया है, लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया है.
अन्य जानवरों को नुकसान
वैज्ञानिक वोज्शिएक सोलार्ज पोलिश एकेडमी ऑफ साइंसेज में कार्यरत हैं. बिल्लियों को एलियन बताने का निर्णय उनके द्वारा ही लिया गया है. उनका कहना है कि बिल्लियां अपने आसपास के पक्षियों और अन्य जानवरों को नुकसान पहुंचाती हैं.
राष्ट्रीय डेटाबेस में शामिल
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, सोलर्ज ने समझाया कि वैज्ञानिक समुदाय का एक बड़ा हिस्सा है, जो मानता है कि बिल्लियों का जैव विविधता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. इसके शिकार का पैटर्न पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है. ऐसे में उन्हें एकेडमी के प्रकृति संरक्षण संस्थान द्वारा संचालित 'एलियन प्रजातियों' के राष्ट्रीय डेटाबेस में शामिल करने का निर्णय लिया गया है.
ऑनलाइन ट्रोलिंग
घर की बिल्लियों को आक्रामक एलियन प्रजाति बताए जाने के बाद दुनिया भर में बिल्ली प्रेमियों ने उन्हें ऑनलाइन ट्रोल करना शुरू कर दिया है. संस्थान को बहुत आलोचना का सामना भी करना पड़ है. एपी रिपोर्ट के अनुसार, टीवी डिबेट में भी सोलर्ज की आलोचना की गई थी, लेकिन वैज्ञानिक ने अपना रुख बनाए रखा, क्योंकि उन्होंने तर्क दिया कि पोलैंड में हर साल बिल्लियां लगभग 140 मिलियन पक्षियों को मारती हैं.
वेबसाइट पर भी किया उल्लेख
संस्थान ने भी अपने रुख का बचाव किया, क्योंकि उन्होंने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इस विवाद का उल्लेख किया है और कहा कि यह निष्कर्ष यूरोपीय संघ के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया था. आधिकारिक बयान के अनुसार, आम घर की बिल्ली को लगभग 10,000 साल पहले मध्य पूर्व में सबसे पहले पालतू बनाया गया था. ऐसे में यूरोप के लिए इसे एलियन प्रजाति मानना गलत नहीं होगा.
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