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POK Election: वोटिंग के दौरान हिंसा में दो की मौत, पांच पुलिसकर्मी चोटिल, इमरान पर लगे चुनाव में गड़बड़ी के आरोप

Gulabi
25 July 2021 3:25 PM GMT
POK Election: वोटिंग के दौरान हिंसा में दो की मौत, पांच पुलिसकर्मी चोटिल, इमरान पर लगे चुनाव में गड़बड़ी के आरोप
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पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में विधानसभा के लिए रविवार को मतदान हुआ

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में विधानसभा के लिए रविवार को मतदान हुआ. इस दौरान चुनाव में गड़बड़ी और हिंसा के आरोप लगे, जिसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी के दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई. एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. मतदान केंद्रों में शाम पांच बजे तक ही मतदाताओं को प्रवेश की अनुमति दी गई. मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ जो शाम पांच बजे तक जारी रहा. मतदान (Voting) समाप्त होने के बाद मतगणना शुरू होगी.

भारत ने इससे पहले गिलगित-बाल्तिस्तान में चुनाव कराने के पाकिस्तान के फैसले का विरोध किया था और कहा था कि सैन्य कब्जे वाले क्षेत्र की स्थिति को बदलने के कार्य का कोई कानूनी अधिकार नहीं है. अब पीओके में पाकिस्तान अवैध तरीके से चुनाव करवा रहा है. भारत पीओके को अपना हिस्सा मानता है और पाकिस्तान द्वारा आयोजित इन चुनावों को गैर-कानूनी मानता है.
इमरान खान की पार्टी ने की हिंसा
इस चुनाव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है. डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, कोटली जिले के चारहोई इलाके में एक मतदान केंद्र पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और पीपीपी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में पीटीआई के कम से कम दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई.
पुलिस के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि अज्ञात लोगों ने दो कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं, एक अन्य घटना में झेलम घाटी जिले में एक मतदान केंद्र पर जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ताओं के हमले में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. क्षेत्रीय चुनाव आयुक्त रिटायर्ड न्यायमूर्ति अब्दुल राशिद सुलेहरिया ने कोटली में हुई हत्या की वारदात की निंदा की और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
'वोट के चोरों' को बेनकाब कर रहे कार्यकर्ता
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, कई अन्य विधानसभा सीटों में भी हिंसा के चलते मतदान अस्थायी तौर पर स्थगित करना पड़ा. हिंसा की इन घटनाओं में कई लोग घायल हुए हैं और कई राजनीतिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इस बीच, पीपीपी कार्यकर्ताओं ने पीटीआई कार्यकर्ताओं पर मतदान प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया. पीएमएल (एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता मजबूती से डटकर 'वोट के चोरों' को बेनकाब कर रहे हैं.
वहीं, पीएमएल (एन) की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने ट्वीट कर कई विधानसभा सीटों में मतदान के दौरान गड़बड़ी का आरोप लगाया. पीटीआई ने सभी 45 निर्वाचित क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि पीएमएल-एन और पीपीपी ने 44 सीटों के लिए अपने उम्मीदवार उतारे हैं. कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लबैक पाकिस्तान (टीएलपी) जिसे पाकिस्तान सरकार ने उसकी हिंसक गतिविधियों के लिए अप्रैल में प्रतिबंधित कर दिया था, वह 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
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