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भारत यूरोपीय आर्थिक समुदाय के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में शुमार था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को रोम के पियाजा गांधी में महात्मा गांधी की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित की। बाद में उन्होंने रोम में पियाजा गांधी में जमा हुए भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत की। इससे पहले पीएम मोदी ने यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ एक संयुक्त बैठक की। इस बैठक में उन्होंने धरती को बेहतर बनाने के लिए आर्थिक और लोगों के बीच परस्पर रिश्तों को मजबूत करने के तरीकों पर विचार विमर्श किया।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi pays floral tribute to Mahatma Gandhi at Piazza Gandhi in Rome pic.twitter.com/GVkCntRm4f
— ANI (@ANI) October 29, 2021
#WATCH इटली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोम के पियाजा गांधी में इकट्ठा हुए भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात करते हुए। pic.twitter.com/ueB7GqHkw5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 29, 2021
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी की जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां पहुंचने के बाद यह पहली आधिकारिक बैठक है। पीएम मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में कोरोना महामारी से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य क्षेत्र में आमूल-चूल बदलाव लाने के मसले पर अन्य नेताओं के साथ चर्चा करेंगे। इस बैठक में सतत विकास और जलवायु परिवर्तन के मसले पर भी चर्चा हो सकती है।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी की यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष वान डेर लेयेन के साथ हुई बातचीत में धरती को बेहतर बनाने के लिए आर्थिक और लोगों के बीच परस्पर संबंधों को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा हुई। मालूम हो कि भारत-यूरोपीय संघ के बीच सन 1960 की शुरुआत से द्विपक्षीय रिश्ते चले आ रहे हैं। सन 1962 में भारत यूरोपीय आर्थिक समुदाय के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में शुमार था।
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