रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई किया. इसके बाद, रूसी सैनिक ने कई तरफ से यूक्रेन पर धावा बोल दिया है. यूक्रेन पर हमले को लेकर चिंता के बादल गहराने लगे हैं. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन संकट के आर्थिक असर और विवाद के चलते क्रूड ऑयल की बढ़ती कीमतों के प्रभाव को कम करने के तरीकों पर अपने कैबिनेट के अहम मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री आवास पहुंच चुके हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अन्य अधिकारी भी बैठक में हिस्सा लेंगे.
अधिकारियों और मीडिया ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से सैन्य कार्रवाई की मंजूरी मिलने के बाद गुरुवार को रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों में मिसाइलें दागीं और अपने सैनिकों को यूक्रेन के तट पर उतारा है.
यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने बृहस्पतिवार को कहा कि रूस के सैन्य आक्रमण के कारण उत्पन्न संकट पर भारत के रुख को लेकर उनका देश (यूक्रेन) 'काफी असंतुष्ट' है. साथ ही उन्होंने स्थिति को सामान्य बनाने के लिये भारत से समर्थन मांगा है.
उन्होंने कहा कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) उन कुछ गिने-चुने नेताओं में शामिल हैं, जिनकी बात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सुनते हैं तथा भारत, रूस के साथ इस निकटता का उपयोग स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिये कर सकता है. राजदूत ने कहा कि संकट को लेकर भारत के रुख को यूक्रेन देख रहा है और इससे 'काफी असंतुष्ट' है.