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जहां विदेश मंत्री एस. जयशंकर ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमनिक राब के अतिथि के तौर पर पहुंचे थे।
ब्रिटिश सरकार ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने डिजिटल माध्यम से कार्नवेल में ब्रिटेन की मेजबानी में आयोजित जी- 7 सम्मेलन की बैठक में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि मोदी इस बैठक में शामिल होने के लिए कार्नवेल नहीं जा पाएंगे।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन की विदेश नीति में हिंद प्रशांत क्षेत्र पर विशेष बल देने के तहत मोदी को 11-13 जून के दौरान होने वाली इस बैठक में शामिल होने का न्यौता दिया था। भारत, आस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया तीन अतिथि देशों में शामिल हैं। अतिथि नेताओं को ग्रुप ऑफ सेवन की बैठक के विशेष सत्रों में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रित किया जाएगा। इस सम्मेलन की अध्यक्षता ब्रिटेन करेगा। जी- 7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका और यूरोपीय संघ हैं।
ब्रिटेन सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, हमें इस बात से निराशा हुई कि प्रधानमंत्री मोदी घरेलू कोरोना वायरस प्राथमिकताओं की वजह से जी- 7 सम्मेलन में हिस्सा लेने नहीं आ पायेंगे लेकिन हम उनका डिजिटल तरीके से स्वागत करने के लिए आशान्वित हैं।
मंगलवार को विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की थी कि देश में कोविड-19 की स्थिति के चलते प्रधानमंत्री को ब्रिटेन यात्रा की योजना रद्द करनी पड़ी। पिछले सप्ताह लंदन में जी- 7 के विदेश एवं विकास मंत्रियों की बैठक हुई थी जहां विदेश मंत्री एस. जयशंकर ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमनिक राब के अतिथि के तौर पर पहुंचे थे।
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