
गैलेक्सी में मौजूद ग्रहों (Planets) की उम्र तारों से कम ही होती है लेकिन हाल में खगोलविद क्यू लियूवेन (KU Leuven) किए गए अध्ययन से पूरी तरह अलग तथ्यों की संभावना सामने आई है। यह अध्ययन एस्ट्रोनोमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स नामक जर्नल में प्रकाशित हुई जिसमें इन खोजों का उल्लेख किया गया है। अध्ययन में खगोलविदों ने सुझाया कि यदि तारे खत्म होने की कगार पर भी होते हैं तो उनमें से कईयों से ग्रहों का निर्माण होने की संभावना प्रबल होती है।
सौर मंडल के बाहर लगभग 5,000 ग्रहों से सभी अवगत हैं। बता दें कि जब अंतरिक्ष में धूल और गैस का एक क्षेत्र अपने आप गिरने लगता है तब तारे और 'ब्राउन ड्वार्फ' का निर्माण होता है। यह क्षेत्र सघन हो जाता है, इसलिए गुरुत्वाकर्षण की एक प्रक्रिया में अधिक से अधिक सामग्री उस पर गिरती रहती है। आखिर गैस का यह गोला परमाणु संलयन शुरू करने के लिए गर्म होता जाता है। एफएफपी एक ही तरह से बन सकते हैं, लेकिन फ्यूजन शुरू करने जितना आकार बड़ा नहीं होता है। यह भी संभव है कि ऐसा ग्रह किसी तारे के चारों ओर कक्षा में जीवन शुरू कर सकता है, लेकिन किसी बिंदु पर अंतरताराकीय स्थान से बाहर हो जाता है। काफी कम द्रव्यमान या तापमान वाली वस्तुओं को 'ब्राउन ड्वार्फ' माना जाता है।