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वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश में कैंसर के कारण होने वाली मौत के मामले कम करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है. अमेरिका में हृदय संबंधी बीमारी के बाद मौत का सबसे बड़ा कारण कैंसर है.
अपने बड़े बेटे ब्यू को 2015 में कैंसर के कारण खो चुके बाइडन ने कहा कि लोगों की जान बचाए जाने के मामले बढ़ने के बावजूद कैंसर अमेरिका में हृदय संबंधी बीमारी के बाद मौत का अब भी दूसरा बड़ा कारण है.
हमें स्वस्थ जीवन जीने में सक्षम बनाना होगा:
राष्ट्रपति बाइडन ने बोस्टन में दिए अपने भाषण में नई एजेंसी 'एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसीज ऑफ हेल्थ' (एआरपीए-एच) के गठन की घोषणा की. उन्होंने कहा कि एआरपीए-एच का एकमात्र मकसद कैंसर, अल्जाइमर, मधुमेह और अन्य बीमारियों को रोकने, उनका पता लगाने और उनका इलाज करने की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों को प्रोत्साहित करना और हमें स्वस्थ जीवन जीने में सक्षम बनाना होगा.
अगली पीढ़ी के ईंधन और अन्य सामग्री से जुड़ा हो:
बाइडन ने कहा कि अमेरिका को उन्नत जैव प्रौद्योगिकी का देश में निर्माण करने की आवश्यकता है और इसीलिए उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं जो संघीय सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देता है कि अमेरिका में आविष्कार की गई जैव प्रौद्योगिकी अमेरिका में ही बनाई जाए, चाहे वह कैंसर के उपचार से संबंधित हो या अगली पीढ़ी के ईंधन और अन्य सामग्री से जुड़ा हो.
कैंसर मूनशॉट स्कॉलर कार्यक्रम' शुरू कर रहा है:
बाइडन ने कहा कि उनका प्रशासन देश के हर हिस्से के वैज्ञानिकों की नई पीढ़ी का समर्थन करने के लिए पहला 'कैंसर मूनशॉट स्कॉलर कार्यक्रम' शुरू कर रहा है. बाइडन के बेटे ब्यू का 2015 में ब्रेन कैंसर के कारण निधन हो गया था. अमेरिकन कैंसर सोसायटी' का अनुमान है कि 2022 में कैंसर के 19 लाख नए मामलों का पता चलेगा और 6,09,360 लोगों की इस बीमारी से जान जाएगी.
न्यूज़क्रडिट: firstindianews
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