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राजनीतिक आधार पर नियुक्त किया गया।
नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) ने पायलट परीक्षा प्रक्रिया में कुप्रबंधन, अनियमितताओं के जाल का खुलासा करते हुए सुप्रीम कोर्ट के समक्ष एक जांच रिपोर्ट पेश की है। इसमें बताया गया कि पाक इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) ने लगभग 30 पायलटों को गलत जानकारी दी थी, जबकि कई पायलट किसी और को परीक्षा देने के लिए भेजते हैं। यह मामला पिछले साल उजागर हुआ था।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, जांच के दौरान यह पाया गया कि दो पायलट तो पाकिस्तान में मौजूद ही नहीं है। बाकी 28 पायलटों ने साप्ताहिक अवकाश के दिन परीक्षा पास की। रिपोर्ट के मुताबिक, पायलटों को परीक्षा प्रणाली में अवैध प्रवेश देकर भ्रष्टाचार में शामिल दो वरिष्ठ संयुक्त निदेशकों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं।
संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने भी उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर ने 22 जून, 2020 को नेशनल असेंबली को बताया था, मेरिट की अनदेखी करते हुए फर्जी डिग्री वाले लोगों को राजनीतिक आधार पर नियुक्त किया गया।
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