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ब्‍लैक मार्किट में पेट्रोल डीजल 3000 रुपये लीटर बिके, हालात बद से बदतर

Neha Dani
16 July 2022 10:14 AM GMT
ब्‍लैक मार्किट में पेट्रोल डीजल 3000 रुपये लीटर बिके, हालात बद से बदतर
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गुरुवार को गोटाबाया के इस्‍तीफे के बाद उन्‍होंने आवास को खाली कर दिया था।

श्रीलंका में एक तरफ जहां लोग अपनी जरूरत की चीजों के लिए संघर्ष कर रहे हैं वहीं कुछ लोग इस मौके का फायदा उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं। यही वजह है कि एक तरफ जहां पेट्रोल पंपों पर आटो टैक्‍सी की लंबी लाइनें इस इंतजार में लगी हैं कि कब पेट्रोल डीजल की आपूर्ति बहाल हो सकेगी, तो वहीं दूसरी तरफ यहां की ब्‍लैक मार्किट में पेट्रोल डीजल 3000 रुपये लीटर बिक रहा है। सरकार इस पर कंट्रोल पाने में फिलहाल नाकाम दिखाई दे रही है। बता दें कि देश में पिछले कई दिनों से पेट्रोल और डीजल की जबरदस्‍त कमी है। इसको देखते हुए स्‍कूल कालेजों को बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं सरकार की तरफ से कुछ गैर जरूरी सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है। सरकार का कहना था कि इससे पेट्रोल को बचाया जा सकता है। इसके अलावा सरकार ने दो सप्‍ताह के लिए पेट्रोल की खरीद पर भी रोक लगा दी थी।

ब्‍लैक मार्किट में 3000 रुपये लीटर बिक रहा तेल

गिहान मार्टिन ने एएफपी को बताया है कि देश में तेल नहीं है, स्‍कूलों को बंद कर दिया गया है। हर चीज की कीमत आसमान छू रही है। हर रोज देश गर्त में धंसता ही चला जा रहा है। वहीं पेट्रोल पंप की लाइन में लगे विपुल ने बताया कि वो यहां पर दूसरे साथियों की तरह पिछले पांच दिनों से खड़ा है। उसको उम्‍मीद है कि जल्‍द ही उन्‍हें पेट्रोल मिलेगा और जिंदगी दोबारा पटरी पर चल देगी। उसने बताया है कि देश में जितनी गाडि़यां फिलहाल सड़क पर घूम रही हैं वो ब्‍लैक मार्किट से तेल खरीद रही हैं। ब्‍लैक मार्किट में तेल की कीमत 3 हजार रुपये लीटर है।

अगले सप्‍ताह मिलेगी भारत से मदद

इस बीच श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री ने उम्‍मीद जताई है कि भारत से अगले मंगलवार तक पेट्रोल की डिलीवरी हासिल हो जाएगी। इसके बाद लोगों की कुछ समस्‍या को कम करने में जरूर मदद मिलेगी। उन्‍होंने इस बात की भी उम्‍मीद जताई है कि मौसम इस डिलीवरी में बाधा नहीं बनेगा। आपको यहां पर ये भी बता दें कि भारत ने दो दिन पहले ही श्रीलंका के क‍िसानों के लिए फर्टीलाइजर की एक बड़ी खेप भेजी है। इससे वहां के किसानों को राहत मिल सकेगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों प्रदर्शनकारियों ने गोटाबाया राजपक्षे के आवास पर कब्‍जा कर लिया था। उनका कहना था कि जब तक गोटाबाया अपने पद से इस्‍तीफा नहीं दे देते हैं तब तक वो आवास को खाली नहीं करेंगे। गुरुवार को गोटाबाया के इस्‍तीफे के बाद उन्‍होंने आवास को खाली कर दिया था।


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