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नया जनपक्षीय संविधान बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का वादा भी किया था।
पेरू में हुई मतगणना में दक्षिणपंथी नेता एवं पूर्व राष्ट्रपति अल्बर्टो फुजीमोरी की पुत्री केईको फुजीमोरी ने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी पैड्रो कास्टिलो को कड़े मुकाबले में बहुत कम अंतर से राष्ट्रपति चुनाव में हराया है। इसके बाद समाजवादी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पेड्रो कास्टिलो ने कहा, मुझे पेरूवासियों पर पूरा भरोसा है और हार-जीत का यह अंतर बहुत ही कम मार्जिन से है।
रविवार को यहां हुए इन चुनाव में एक फीसदी मतों की त्रुटि के अंतर के साथ डाले गए वोटों की त्वरित गणना में कास्टिलो मात्र 0.4 फीसदी मतों से ही आगे थे। जबकि पिछले एग्जिट पोल में तीन फीसदी के अंतर से उन्हें हरा दिया गया था। जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति की बेटी केइको फुजीमोरी एक फीसदी अंक के साथ 0.6 से ऊपर बताई गईं।
अब तक पूर्व राष्ट्रपति की बेटी फुजीमोरी को मिले 52.4 फीसदी मत
हालांकि बाद में 61 फीसदी मतगणना के साथ फुजीमोरी को 52.4 फीसदी मत मिले जबकि कास्टिलो 47.5 फीसदी मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। पेरू में राष्ट्रपति पद के लिए पहले चरण का मतदान अप्रैल में हुआ था, लेकिन 18 उम्मीदवारों में से किसी भी उम्मीदवार ने जीत हासिल करने के लिए जरूरी कुल वोट का आधे से अधिक मत हासिल करने में कामयाबी हासिल नहीं की थी।
चुनाव पूर्व जनमत सर्वेक्षणों के मुताबिक वामपंथी लिब्रे पार्टी के उम्मीदवार पेड्रो कास्टिलो को दो फीसदी वोटों की बढ़त मिली हुई थी। कास्टिलो शिक्षक यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं। उधर 46 वर्षीया फुजीमोरी तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव में उतरी थी। पिछले दो मौकों पर वे मामूली अंतर से हार गई थीं।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस बार पेरू के धनी-मानी तबकों ने फुजीमोरी को जिताने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। इसकी वजह कास्तिलो का ये वादा है कि अगर वे सत्ता में आए तो राष्ट्रीयकरण की नीति पर चलेंगे, आयात को हतोत्साहित करेंगे, और धनी लोगों पर टैक्स बढ़ाएंगे। कास्टिलो ने एक नया जनपक्षीय संविधान बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का वादा भी किया था।
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