
कनाडा के सशस्त्र बलों (सीएएफ) ने घोषणा की कि स्थायी निवासियों को अब सेवाओं में भर्ती की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि सेना में इन दिनों सैनिकों की कमी है। मीडिया की एक खबर में यह जानकारी दी गई कि कनाडाई स्थायी निवासियों में बड़ी संख्या में भारतीय शामिल है और सीएएफ के फैसले से उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा होने की अपार संभावना बनी है।
'सीटीवी न्यूज' की खबर के अनुसार, 'रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस' की 'पुरानी भर्ती प्रक्रिया' में बदलाव की घोषणा के पांच साल बाद यह एलान हुआ है। इस कदम से कनाडा में 10 साल से रह रहे स्थायी निवासियों को आवेदन करने की अनुमति होगी। नोवा स्कोशिया के 'रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट' के अनुसार, इससे पहले स्थायी निवासी केवल 'स्किल्ड मिलिट्री फॉरेन एप्लिकेंट' (एसएमएस) कार्यक्रम के तहत ही आवेदन दे सकते थे।
अब सेना में भर्ती के इच्छुक उम्मीदवारों को कनाडाई होना होगा, जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक (या 16, बशर्ते कि उनके पास माता-पिता की सहमति हो) हो और एक अधिकारी पद पर भर्ती के वास्ते आवेदन देने के लिए उनके पास ग्रेड 10 या ग्रेड 12 की शिक्षा की डिग्री होनी चाहिए। यह नियम स्थायी निवासियों पर भी लागू होंगे। सीएएफ ने सितंबर में हजारों पद रिक्त होने को लेकर चिंता जाहिर की थी।
2024 तक स्थायी निवासी बनेंगे 1 लाख नए प्रवासी
2021 तक कनाडा में 80 लाख से अधिक (कुल आबादी का 21.5%) अप्रवासी थे। पिछले साल लगभग 1 लाख भारतीय कनाडा के स्थायी निवासी बन गए। देश ने रिकॉर्ड 4.05 लाख अप्रवासियों को शरण दी।
हजारों रिक्त पदों को भरने की कवायद
कनाडा में फिलहाल करीब 12,000 स्थायी सैनिक हैं। जानकारी के मुताबिक, कनाडाई सेना में हजारों पद रिक्त हैं। यह उन पदों को भरने की कवायद है। अभी कुछ वक्त पूर्व ही रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने भी 10 वर्षों से कनाडा में रह रहे विदेशियों का पुलिस सर्विस में आवेदन करने की अनुमति प्रदान की है। मार्च में कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने कहा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते वदलते वैश्विक भू-राजनीति परिदृश्य के बीच सीएएफ को प्रसार की जरूरत है।