x
बीजिंग। चीन में कोरोना पाबंदियों के खिलाफ जनता का प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। लोग सड़कों पर उतर आए हैं। देश के कई बड़े शहरों में लोगों की पुलिस से सीधी भिड़ंत हो रही है।चीन में कड़े लॉकडाउन के खिलाफ जनता का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा कर भारी संख्या में लोग चीन की सड़कों पर उतर गए हैं। ये लोग जीरो कोविड पॉलिसी की वापसी की मांग करते हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन कर रहे हैं।यह आंदोलन धीरे-धीरे पूरे देश में फैलता जा रहा है। बीजिंग व शंघाई के बाद वुहान की सड़कों पर भी भारी संख्या में लोग चीन सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर चीन में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के वीडियो भी नजर आ रहे हैं। इनके मुताबिक चीन के पांच बड़े शहरों चेंगदू, शियान, वुहान, बीजिंग व शंघाई के साथ देशभर के लोग आंदोलित हैं।
दरअसल जनता का गुस्सा बीते दिनों उरुमकी की एक इमारत में आग लगने से लोगों की मौत पर भड़का है। इस घटना में दस लोग जिंदा जल गए थे। जनता का कहना है कि चीनी सरकार द्वारा लगाए गए कड़े लॉकडाउन के कारण समय पर मदद नहीं पहुंच सकी और लोगों को जिंदा जलने पर मजबूर होना पड़ा।इस घटना के बाद चीन के कई विश्वविद्यालयों के छात्र आंदोलित हो उठे। छात्रों के आंदोलन से आम जनता भी जुड़ी और विरोध प्रदर्शन तेज हो गया। अब कई शहरों में लोग पुलिस से सीधे भिड़ रहे हैं। वे किसी भी हाल में मानने को तैयार नहीं है। चीन में जनता पर हो रही पुलिस ज्यादती के खिलाफ लंदन तक आंदोलन पहुंच गया है। लंदन में चीनी दूतावास के खिलाफ भारी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया।
इस बीच चीन में कोरोना मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। तेज आंदोलन के बीच कोरोना संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 40 हजार नए मामले दर्ज किये गए। इससे पहले 35 हजार नए लोग कोरोना पीड़ित मिले थे। पिछले कुछ दिनों से रोज औसतन 30 हजार से अधिक कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे हैं। चीन प्रशासन इन्हीं आंकड़ों को सख्त लॉकडाउन लागू करने की वजह करार दे रहा है।
Admin4
Next Story