जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जेरूसलम: मुंबई (Mumbai) में 26/11 के आतंकवादी हमले की 12वीं बरसी पर आज इजरायल (Israel) में कई जगह पीड़ितों की याद में श्रद्धांजलि कार्यक्रम हो रहे हैं. आज इजरायल के बेर्शेवा और इलियट में कार्यक्रम करके हमलों में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति समर्थन व्यक्त किया जाएगा. इजरायल में आज जूम ऐप पर भी मुंबई हमलों की बरसी पर कार्यक्रम होगा. जिसमें शामिल होने के लिए सैकड़ों लोगों ने अपना पंजीकरण कराया है.
दोनों देशों के राजदूत देंगे वर्चुअल श्रद्धांजलि
आज Indian Heritage Jewish Centre की ओर से ऐप पर वर्चुअल मीटिंग भी होगी. जिसमें इजरायल (Israel) में भारतीय राजदूत संजीव सिंगला और भारत में इजरायल के राजदूत Dr. Ron Malka भी शामिल होंगी. इस कार्यक्रम में मुंबई हमले (Mumbai Attack) के बाद बदली परिस्थितियों और दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी.
Ben-Gurion University में हुआ कार्यक्रम
Beer Sheva में Ben-Gurion University के आज शाम को मुंबई आतंकवादी हमलों (Mumbai Attack) की 12 वीं बरसी पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम करेंगे. Beer Sheva के रहने वाले Naor Gudker ने कहा,'मेरे लिए 26/11 का आतंकी हमला 9/11 की तरह ही था. भारत और इजरायल (Israel) दोनों को पाकिस्तान निशाना बना रहा है. केवल इन दोनों देशों को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को अब पाकिस्तान की असलियत पहचाननी होगी. अब समय आ गया है कि आतंक को बढ़ावा देने वाले ऐसे देशों और संगठनों पर कड़ी कार्रवाई की जाए'.
इजरायल (Israel) के कई शहरों में लोगों ने जताया शोक
इजरायल (Israel) में बुधवार को भी येरुशलम, रेहोवोट और तेल अवीव शहरों में मुंबई हमलों (Mumbai Attack) की बरसी पर कई कार्यक्रम हुए. जिसमें बड़ी संख्या में इजरायलियो और वहां बसे भारतीयों ने भाग लिया. इन कार्यक्रमों में शामिल लोग अपने हाथों में प्ले कार्ड लिए हुए थे. जिसमें लिखा था,'नरसंहार के अपराधियों को न्याय दिलाया जाए और 'पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद" की निंदा की जाए'. Eilat शहर में आज चबाड मूवमेंट की ओर से सिनागॉग (धर्म स्थल) में मुंबई हमले में मारे गए छह यहूदी पीड़ितों की याद में एक पट्टिका लगाई जाएगी.
आप्रवासी भारतीयों ने मोदी की नीति को सराहा
इज़रायल (Israel) में रहने वाले आप्रवासी भारतीयों के संगठन तेलंगाना असोसिएशन ने 26/11 के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए बुधवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया. जिसमें एक यहूदी रब्बी, एक हिंदू पुजारी, एक ईसाई पादरी और एक सिख पुजारी ने उन लोगों की याद में प्रार्थना की, जो हमलों में मारे गए. पीड़ितों को सम्मान देने के लिए पोस्टर लहराए गए और मोमबत्तियाँ जलाईं गई. असोसिएशन के अध्यक्ष रवि सोमा ने कि हम शांति में विश्वास करते हैं लेकिन आतंक के आगे नहीं झुकना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति एक स्वागत योग्य बदलाव है.
इजरायली छात्रों ने मुंबई हमले की याद में जलाई मोमबत्तियां
रेहोवोट में प्रतिष्ठित वीज़मैन संस्थान के छात्रों ने भी मुंबई हमले (Mumbai Attack) के पीड़ितों की याद में मोमबत्तियाँ जलाईं और "पाकिस्तान प्रायोजित आतंक" की निंदा करने के लिए मौन विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल एक भारतीय छात्र ने कहा कि 'हमें इजरायलियों से सीखना चाहिए कि आतंक के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़नी चाहिए. हमें पाकिस्तान की ओर से दूसरे आतंकी हमले का इंतजार करने के बजाय उसके अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों को खत्म कर देना चाहिए'.
पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग
इजरायल (Israel) के दक्षिणी तटीय शहर Eilat में रहने वाले आइजैक सोलोमन ने कहा कि इजरायल हर उस देश का विरोध करता है जो आतंकवादियों को वित्तीय और रसद सहायता प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि सभी देशों को आतंकवाद का समर्थन करने वाले मुल्कों का राजनयिक और आर्थिक रूप से बहिष्कार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह यह हमारे लिए गर्व की बात है कि एक शांतिपूर्ण देश के रूप में भारत हमारा दोस्त है. हम प्रार्थना करते हैं कि हमारी दोस्ती मजबूत हो.
'मुंबई हमले की याद में स्मारक बनाया जाए'
Eilat में रहने वाले इजरायलियों ने वहां के मेयर Meir Itzhak Ha Levi से मांग की है कि मुंबई हमले (Mumbai Attack) में मारे गए लोगों की याद में वहां पर एक चौक का निर्माण किया जाए. इस मेमोरियल को भारत-इजरायल की दोस्ती के प्रतीक के रूप में प्रमोट किया जाए. मेयर ने कहा कि वे इस मांग को पूरा करने के लिए एक कमेटी बनाने जा रहे हैं. यह कमेटी तय करेगी कि कौन सी सड़क या चौराहे पर इस मेमोरियल का निर्माण किया जाए.
'आतंकी नहीं डिगा पाए भारत का हौंसला'
इजरायल (Israel) में भारतीय दूतावास की उप-प्रमुख अनीता नंदिनी ने कहा कि मुंबई पर हमला (Mumbai Attack) करने वाले आतंकी पाकिस्तान से आए थे. लेकिन वे हमें डिगाने में नाकामयाब रहे. भारत सरकार और जनता के जज्बे ने मिलकर आतंकियों को बुरी तरह हरा दिया. इस घटना के बाद भारत और इजरायल के बीच जो करीबी बढ़ी है, वह पहले कभी नहीं थी. भारत और इजरायल अब न केवल स्ट्रेटजिक पार्टनर हैं बल्कि आतंक के खिलाफ मजबूती से लड़ाई भी लड़ रहे हैं. संकट के इस बुरे दौर में भारत का साथ देने के लिए हम उनका शुक्रिया अदा करते हैं.
मुंबई हमले में मारे गए थे 166 लोग
बता दें कि पाकिस्तान की शह पर लश्कर-ए-तैयबा (LET) के दस आतंकवादियों ने ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में चार दिनों तक 12 जगहों (Mumbai Attack) पर फायरिंग और बम हमले करके दहशत मचा दी थी. इन सुनियोजित हमलों में चाड हाउस में नौ आतंकवादियों और 166 लोग मारे गए थे. जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.