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जापान के घातक अपराधों में गोली मारने की अपेक्षा छुरा घोंपा जाना अधिक आम है।
जापान में पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। देश के हर बड़े शहर में हजारों लोग सड़कों पर निकलकर अपने प्रिय नेता को याद कर रहे हैं। सबसे भावुक स्थिति नारा शहर के उस जगह देखने को मिली, जहां शिंजो आबे को गोली मारी गई थी। आंखों में आंसू, रुंधे गले और हाथ जोड़े लोग शिंजो आबे को श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं। शुक्रवार को ही स्थानीय समयानुसार सुबर 11.30 बजे नारा शहर में एक चुनावी सभा के दौरान शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हमलावर पत्रकार की वेषभूषा में मोडिफाइड शॉटगन के साथ उनके भाषण वाली जगह पर पहुंचा था। हमलावर ने पीछे से आकर शिंजो आबे को दो बार गोली मारी। बताया जाता है कि घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो चुकी थी, इसके बावजदू डॉक्टरों ने करीब साढ़े चार घंटे तक उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की।
हमलावर के पास शिंजो आबे के दौरे की जानकारी पहुंचने पर सवाल
जापान में इसी रविवार को संसदीय चुनाव होने हैं। ऐसे में शिंजो आबे के ऊपर अपनी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी को जिताने की जिम्मेदारी थी। इसलिए वे नारा शहर में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए चुनाव प्रचार करने आए थे। जाहिरा तौर पर उस यात्रा की पुष्टि कल यानी गुरुवार देर रात ही हुई थी, इसलिए संदिग्ध इस बारे में पता लगाने और तैयारी करने में कैसे कामयाब रहा, यह एक बड़ा प्रश्न बना हुआ है।
शिंजो आबे पर हमले के मकसद का पता लगा रही जापानी पुलिस
जापान में इस तरह की हिंसा अत्यंत दुर्लभ है। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने इस हमले को एक घृणित कार्य बताया है। उन्होंने कहा कि हमलावर के मकसद के बारे में अभी पता नहीं चला है लेकिन इसका मौजूदा चुनाव प्रचार से संबंधित होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
कौन है शिंजो आबे की हत्या करने वाला हमलावर
शिंजो आबे को गोली मारने वाले शख्स की पहचान 41 साल के तेत्सुया यामागामी के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि हमला करने के बाद हमलावर तेत्सुया यामागामी घटनास्थल से भागा नहीं और वहीं पर खड़ा रहा। आबे के अंगरक्षकों और पुलिस ने उसे घटनास्थल से ही हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया।
जापानी सेल्स डिफेंस फोर्स का पूर्व सदस्य था हमलावर
हमलावर ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि वह शिंजो आबे से खुश नहीं था और उनकी हत्या करने के मकसद से हमला किया था। जापानी रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है कि हमलावर तेत्सुया यामागामी सेल्फ डिफेंस फोर्स का पूर्व सदस्य था। उसने 2002 से 2005 तक सेल्फ डिफेंस फोर्स में काम किया था।
मोडिफाइड शॉटगन से हुई शिंजो आबे की हत्या
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या करने के लिए हमलावर तेत्सुया यामागामी ने एक मोडिफाइड शॉटगन का इस्तेमाल किया। यह हथियार छोटा और घर में ही बना हुआ था। ऐसे में हमलावर उसे आसानी से अपने कैमरा बैक में छिपाकर घटनास्थल तक लाने में सफल हो गया। शॉटगन की रेंज काफी कम होती है, लेकिन नजदीक से हमला करने पर यह घातक हो सकता है। ऐसे में माना जा रहा है कि हमलावर ने शिंजो आबे के नजदीक आकर हमला किया।
जापान में बिना बंदूक देखे जिंदगी गुजार देते हैं अधिकतर लोग
जापान ऐसा देश है, जहां अधिकतर लोग अपनी पूरी जिंदगी बिना बंदूक देखे ही गुजार देते हैं। जापान का बंदूक कानून बहुत ही सख्त है। यहां किसी भी नागरिक को बंदूक का लाइसेंस लेने के लिए कड़ी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। शांत देश होने और वारदातों के कम होने के कारण लोग बेहद कम संख्या में ही आत्मरक्षा के लिए बंदूक का लाइसेंस लेते हैं। जापान के घातक अपराधों में गोली मारने की अपेक्षा छुरा घोंपा जाना अधिक आम है।
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